जिम जाने वालों को अक्सर प्रोटीन सप्लीमेंट लेते हुए देखा होगा. प्रोटीन पाउडर में मौजूद आवश्यक अमीनो एसिड मसल्स के लिए काफी जरूरी होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो वेट ट्रेनिंग या रेजिस्टेंस एक्सरसाइज करते हैं. प्रोटीन पाउडर को फायदेमंद माना जाता है क्योंकि यह मसल्स गेन, मसल्स रिपेयर और रिकवरी में मदद करता है. प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स को लेकर हाल ही में बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी से भी एक महिला ने सवाल किया था जिसका जवाब उन्होंने बड़े विस्तार से समझाया.
महिला ने सुनील शेट्टी से पूछा, 'आप सब यंगस्टर्स के दिल में बसे हुए हैं और आप बोलते हैं कि मैं जिम जाता हूं तो यहां जो यंगस्टर हैं, मेरा बेटा भी है, जिम के नाम पर सबसे पहले प्रोटीन पाउडर घर पर ले आता है. क्या आप भी इसके पक्ष में हैं कि पहले प्रोटीन पाउडर पिया जाएगा, बाद में जिम होगा?
इस पर सुनील शेट्टी ने पूछा कि आप वेजिटेरियन हो या नॉन वेजिटेरियन हो? महिला ने कहा, नॉन वेजिटेरियन तो सुनील शेट्टी ने कहा, 'फिर तो आप लोगों को प्रोटीन नेचुरली ही मिलता ही होगा. अगर बच्चा प्रोटीन नहीं भी ले तो एक्स्ट्रा की तो जरूरत ही नहीं होगी.'
'अगर उसे समझ है कि प्रोटीन कितना लेना है, कितना नहीं लेना है. अगर आप हार्ड ट्रेनिंग कर रहे हैं तो कोई बात नहीं है. उदाहरण के लिए अगर आप फ्यूल डालते जाओगे गाड़ी में और गाड़ी चलाओगे ही नहीं तो आप कितना फ्यूल डाल लोगे?'
'ये मिथ बनाए हुए हैं कि फिटनेस काफी मुश्किल है. मैंने आज तक प्रोटीन पाउडर नहीं लिया है. मैं अंडे, चिकन, दाल, चावल लेता हूं. वेजिटेरियंस को भी प्रोटीन उपलब्ध है लेकिन कभी कभार वो भी उस क्वांटिटी में मिलता नहीं है जितनी हम ट्रेनिंग करते हैं. तो प्रोटीन या सत्तू ले सकते हैं. आपको एक अच्छे न्यूट्रिशनिस्ट से कंसल्ट करना चाहिए.'
प्रोटीन पाउडर्स में सबसे फेमस है व्हे प्रोटीन पाउडर क्योंकि ये काफी जल्दी पचता है और शरीर द्वारा आसानी से डाइजेस्ट कर लिया जाता है. इसमें शरीर की जरूरत के मुताबिक, सभी 9 अमीनो एसिड होते हैं जो इसे कंप्लीट प्रोटीन बनाते हैं.
व्हे प्रोटीन को दही के पानी को विभिन्न विधियों द्वारा सुखाकर बनाया जाता है इसलिए ये एक मिल्क प्रोडक्ट है. इसके अलावा केसिन, सोया, अंडे का सफेद प्रोटीन, मटर प्रोटीन जैसे विकल्प भी उपलब्ध हैं जो अलग-अलग जरूरतों और शारीरिक प्राथमिकताओं के अनुसार चुने जा सकते हैं.