अजमल कसाब के खिलाफ केस लड़ने वाले उज्जवल निकम ने यह दावा किया है कि उसने कभी बिरयानी नहीं मांगी थी. यह कहानी इसलिए फैलाया गया ताकि उसके प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों को चुप कराया जा सके.