देश के कई बडे बैंकों द्वारा 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपए के कर्ज को बट्टे खाते में डालने का मामला अब नेताओं के ज्ञान और अज्ञान तक पहुंच गया है. राहुल गांधी ने ये आरोप लगाया कि सरकार ने अपने 50 कारोबारी दोस्तों का कर्ज माफ कर दिया. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा कि राहुल गांधी को इस बारे में पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम से ट्यूशन लेना चाहिए कि राइटिंग ऑफ और कर्जमाफी में क्या अंतर होता है. रोहित सरदाना से इस वीडियो में जानिए राइट ऑफ और कर्जमाफी में क्या अंतर होता है.