उत्तराखंड में माउंट त्रिशूल जाने के दौरान भारतीय नौसेना के जवान हिमस्खलन का शिकार हो गए थे. इसमें से पांच जवान लापता बताए जा रहे थे, जिसमें से शनिवार को चार जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं. शुक्रवार को 20 सदस्यों वाले एक पर्वातारोहण अभियान का हिस्सा रहे नौसेना के जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे. इसके बाद उन्हें ढूंढने के लिए सर्च अभियान शुरू किया गया था.
नौसेना के जिन चार जवानों के शव बरामद किए गए हैं, उनके नाम लेफ्टिनेंट रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट अनंत कुकरेती और हरी ओम हैं. इनके अलावा, अभी एक जवान को लेकर सर्च अभियान चल रहा है. इन चारों के पार्थिव शरीर हिमस्खलन वाली जगह से बरामद किए गए हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, "माउंट त्रिशूल पर भारतीय नौसेना के पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा रहे चार नौसेनाकर्मियों के दुखद निधन से गहरा दुख हुआ है. इस त्रासदी में राष्ट्र ने न केवल अनमोल युवा बल्कि साहसी सैनिकों को भी खो दिया है."
Deeply anguished by the tragic death of four Navy personnel who were part of the Indian Navy mountaineering expedition to Mt. Trishul. The nation has not only lost precious young lives but also courageous soldiers in this tragedy.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 2, 2021
उन्होंने आगे कहा, "लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और हरिओम एमसीपीओ के शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. इस त्रासदी की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं. शेष टीम का शीघ्र पता लगाने के लिए प्रार्थना करता हूं.''
हादसे के फौरन बाद उत्तराखंड के नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (NIM) ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था. कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में चलाए जा रहे सर्च अभियान के बीच खराब मौसम भी बाधा बन रहा है. टीम पांचवें लापता नौसेना के जवान को ढूंढने की कोशिश में लगी हुई है. इसके अलावा, भारतीय वायुसेना, सेना और स्टेट डिजाजटर रिस्पॉन्स फोर्स को भी सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है.