अयोध्या के पीठाधीश्वर जगत गुरु परमहंस आचार्य अपने शिष्यों के साथ मंगलवार शाम ताजमहल देखने पहुंचे और पहुंचते ही एक बड़ा मामला खड़ा हो गया. जगत गुरु ने आरोप लगाया कि धर्मदंड और गेरुआ पोशाक की वजह से ताजमहल पर तैनात पहरेदारों ने उन्हें प्रवेश नहीं दिया. जब आचार्य को धर्मदंड लॉकर में जमावा कर अंदर जाने के लिए कहा गया तो वे नहीं माने. लिहाजा उनके टिकट का पैसे रिफंड कर दिया गया और क्षमा याचना कर हाथ जोड़ लिए. जगत गुरु आयोध्या तो लौट आए लेकिन विवाद थमता नहीं दिख रहा. हिंदू संगठनों के निमंत्रण वो 5 मई को फिर ताजमहल पहुंचेंगे और अगर इस बार रोका गया तो आमरण अनशन करेंगे.
Paramhans Acharya visited Taj Mahal this Tuesday and claimed that he wasn't allowed to enter inside it as he was wearing saffron clothes. After all this a big debate has taken place.