यातायात के नए नियमों के लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश के हापुड़ से ट्रैक्टर ड्राइवर का हेलमेट न पहनने के लिए चालान काटा गया. दिलचस्प बात यह है कि चालान काटे जाने के बाद पुलिस ने अपनी गलती मानते हुए चालान को रद्द भी कर दिया.
बता दें कि हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर के रहने वाले ट्रैक्टर ड्राइवर ने बताया कि पुलिस ने हेलमेट न पहनने और ड्राइविंग लाइसेंस न लेकर चलने के आरोप में उसका चालान कर दिया. पुलिस ने ट्रैक्टर ड्राइवर का 3 हजार रुपये का चालान काटा.
यही नहीं, चालान की तस्वीर में गाड़ी का नंबर भी अलग दर्ज दिखा. हालांकि, मामले के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने इसे रद्द कर दिया. ट्रैफिक इंचार्ज ने कहा, 'मैंने इस मामले में जानकारी जुटाई और पाया कि टाइपिंग की गलती के कारण यह चालान हुआ. इस चालान को रद्द कर दिया जाएगा.'
Hapur: A tractor driver, resident of Garhmukteshwar, claims that he was issued a challan for not wearing a helmet & not carrying a driving license. Traffic Incharge says, "I sought further info about it&got to know that it was a typographical error. The challan will be cancelled" pic.twitter.com/U7HBwrtux7
— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2019
पुलिस महज चालान काटने को लक्ष्य न बनाए: योगी
बता दें कि बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस मात्र चालान काटने को अपना लक्ष्य न बनाए, बल्कि वाहन चालकों को जागरूक करने की भी जिम्मेदारी लें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां अपने आवास पर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के प्रयास सार्थक रहे हैं और सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है. पुलिस चालान काटने को लक्ष्य न बनाए. वाहन चालकों को जागरूक करना उनका लक्ष्य होना चाहिए. नशे की हालत में जो भी वाहन चलाते मिले उसका वाहन जब्त करें. स्कूली स्तर से ही बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें.
योगी ने कहा, 'हम सभी को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट और चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का उपयोगा करना चाहिए. नशे की हालत में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए. सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों का ध्यान रख उनका पालन करना चाहिए. आमजन की सहभागिता के बिना इस प्रकार के कार्यक्रम सफल नहीं हो सकते. सड़क सुरक्षा के अच्छे स्लोगन के साथ अगर हम आगे बढ़े तो परिणाम और बेहतर हो सकते हैं.'