दिल्ली सरकार ने हजारों टैक्स चोरों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग ने करीब 66,000 व्यापारियों के अकाउंट में गड़बड़ियां पाई हैं.
व्यापार एवं कर विभाग ने हजारों व्यापारियों के बिक्री कर और अकाउंट का ऑडिट करने के बाद इस टैक्स चोरी का खुलासा किया है. खासतौर पर वैट में हुई ये टैक्स चोरी लाखों रुपयों से लेकर कई सौ करोड़ रुपयों की हो सकती है. व्यापार एवं कर विभाग के कमिश्नर प्रशांत गोयल ने कहा, 'हमने टैक्स चोरों को पकड़ने के लिए व्यापारियों द्वारा जमा कराए गए बिक्री कर की जांच शुरू कर दी है. हैरत की बात है कि इस ऑडिट में हजारों छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों के टैक्स रिटर्न में गड़बड़ियां पाई गई हैं, उन पर काफी टैक्स बकाया है.'
कर विभाग के अधिकारियों ने सेल्स टैक्स के आंकड़े और ऑडिट की मदद से अनुमानित बिक्री और उसमें हुई वैट की चोरी का पता लगाया है. प्रशांत गोयल ने कहा, 'ऑडिट के दौरान हमने पाया कि बड़े कारोबारियों के केस में टैक्स चोरी और भी अधिक है. ऐसे कारोबारी जिनका लेन-देन सालाना कई सौ करोड़ या कई हजार करोड़ रुपयों का है, उनके खातों में टैक्स चोरी का आंकड़ा ज्यादा है. ऐसे ही एक मामले में एक प्रतिष्ठित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के बड़े व्यापारी के अकाउंट में 300 करोड़ की टैक्स चोरी पाई गई है.