पार्टी आलाकमान द्वारा सीधा संकेत दिए जाने के बाद कि विधायकों के सामूहिक इस्तीफा देने पर प्रदेश विधानसभा को भंग किए जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचेगा, तेलंगाना के कांग्रेस विधायकों ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया. विधायकों ने अपने इस्तीफे भी लंबित रख दिए.
दो पूर्व मंत्रियों के जना रेड्डी और आर. दामोदर रेड्डी ने कहा कि केंद्र अगले एक से दो दिन के बीच पृथक प्रदेश के निर्माण पर ‘सकारात्मक फैसला’ देगा. जना रेड्डी ने कहा ‘‘बहुत जल्द हमें तेलंगाना मुद्दे पर सकारात्मक फैसला मिलेगा, इसलिए हमने इस्तीफा न देने का फैसला किया है.’’ इसके पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने चेतावनी दी थी कि इस्तीफे इस मुद्दे को और उलझा देंगे.
जना और दामोदर ने कहा कि अगर केंद्र कोई फैसला नहीं करता, तो वे दोबारा नई दिल्ली जाएंगे. इसी बीच तेदेपा विधायकों ने कांग्रेस के फैसले पर निराशा जताते हुए कहा कि मुद्दे पर तेलंगाना राजनीतिक संयुक्त कार्रवाई समिति में विमर्श किया जाना चाहिए.