scorecardresearch
 

चीन से सटी सीमा पर स्थिति के बारे में राष्ट्र को भरोसे में लें: भाजपा

चीन द्वारा कथित तौर पर घुसपैठ करने और लद्दाख में सामरिक महत्व वाली चौकियों पर गुप्त रूप से कब्जा कर लेने की खबरों से चिंतित भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि सरकार को सीमा पर मौजूद हालात के बारे में राष्ट्र को भरोसे में लेना चाहिये.

Advertisement
X

चीन द्वारा कथित तौर पर घुसपैठ करने और लद्दाख में सामरिक महत्व वाली चौकियों पर गुप्त रूप से कब्जा कर लेने की खबरों से चिंतित भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि सरकार को सीमा पर मौजूद हालात के बारे में राष्ट्र को भरोसे में लेना चाहिये.

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और जम्मू कश्मीर इकाई के पूर्व प्रमुख निर्मल सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा संबंधी रणनीति इजाद करने के मकसद से सीमा पर बुनियादी विकास के लिये गठित चीन अध्ययन समूह की सिफारिशों को सार्वजनिक कर राष्ट्र को भरोसे में लिये जाने की जरूरत है.

सिंह भाजपा के उस तथ्यान्वेषी दल के एक सदस्य हैं जिसे पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने गत जनवरी में गठित किया था ताकि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के भारतीय सरजमीं पर घुसपैठ करने की खबरों पर गौर किया जा सके. सेना, लद्दाख के नेताओं, सीमा क्षेत्र के लोगों और राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ करीबी बातचीत के बाद भाजपा नेता ने कहा कि कुछ क्षेत्र विवादित हैं क्योंकि उन पर भारत और चीन, दोनों दावा करते हैं.{mospagebreak}सिंह ने कहा कि बहरहाल, भारत और चीन दोनों की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चौकियां हैं लेकिन इस रेखा को उचित तरीके से परिभाषित नहीं किया गया है. दोनों देशों की वास्तविक नियंत्रण रेखा के बारे में अलग-अलग धारणा है. उन्होंने कहा कि चीन की रणनीति वास्तविक नियंत्रण रेखा पर धीरे-धीरे आगे बढ़ने और भविष्य में सीमा मुद्दे पर होने वाली बातचीत के दौरान अपनी बात को मनवाने की प्रतीत हो रही है.

Advertisement

सिंह ने कहा कि चीन के लिये अक्साई चीन काफी महत्वपूर्ण है ताकि वह तिब्बत पर प्रभावी नियंत्रण रख सके. हमारे सीमा क्षेत्र में मांग्यूर और टी-प्वाइंट पर चीनी संकेतक लगाना उसकी रणनीति का एक हिस्सा है.

उन्होंने कहा कि सैन्य कर्मियों के मुताबिक, 1962 के बाद से चीनी सेना की अग्रिम चौकियों में कोई परिवर्तन नहीं आया है और ये चौकियां अपने पूर्व के स्थान पर ही हैं. सिंह ने कहा कि इस दल की प्रारंभिक रिपोर्ट को पटना में पिछले सप्ताह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पेश किया गया.

Advertisement
Advertisement