अगले साल फरवरी महीने की शुरुआत में मोदी सरकार अपना तीसरा बजट पेश करेगी. इसी बजट पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश-विदेश के वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों से मिलेंगे. नीति आयोग की तरफ से बुलाई गई बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली और वित्त मंत्रालय के आला अधिकारी भी शामिल होंगे. इस तरह की पीएम मोदी की ये साल में पहली मीटिंग है. बैठक में नोटबंदी को लेकर भी चर्चा की जा सकती है.
नीति आयोग द्वारा समन्वित बैठक में पीएम अर्थशास्त्रियों से बजट को लेकर भी सुझाव मांग सकते हैं. इस बैठक में नीति आयोग प्रधानमंत्री मोदी के सामने अगले 15 साल को लेकर विचार भी रख सकता है. 28 जुलाई को पीएम ने नीति आयोग से भारत के विकास के लिए अगले 15 साल के लिए विजन डॉक्यूमेंट बनाने को कहा था. सरकार की तरफ से ये संकेत मिल चुके हैं कि इस बार का बजट ऐसी कई सौगातें लेकर आने वाला है जो आम आदमी को नोटबंदी से हुई परेशानियों से राहत दिलाए.
बैठक में जिनको आमंत्रित किया गया है, उन लोगों में विवेक दहेजिया (अर्थशास्त्र के प्रोफेसर), एनआईपीएफपी के निदेशक रथिन राय, क्रेडिट सुइस के प्रबंध निदेशक नीलकांत मिश्रा और ऑक्सस निवेश के अध्यक्ष सुरजीत भल्ला, जो कि इंडियन एक्सप्रेस में स्तंभकार हैं. साथ ही नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबरॉय, वी के सारस्वत और रमेश चंद के साथ वाणिज्य और वित्त मंत्रालयों के सचिव स्तर के अधिकारियों की भी इस बैठक में भाग लेने की संभावना है.
हालांकि नोटबंदी और नकदी की कमी को एजेंडे में उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस पर भी चर्चा होने की संभावना है.