जब भी देश पर खतरे के काले बादल मंडरा रहे हों, काली वर्दी में एनएसजी के जांबाज हिफाजत के लिए सबसे अगली कतार में होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं देश की इस सबसे आला कमांडो फोर्स के पास अपना एक अदद हेलीकॉप्टर तक नहीं है?
BSF और एयरफोर्स के उड़नखटोलों का भरोसा
सरकार ने एनएसजी को दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर दिये थे. इनमें से एक क्रैश हो गया और दूसरा खराब पड़ा है. इसके बाद गृह मंत्रालय ने बीएसएफ और वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर एनएसजी को इस्तेमाल के लिए दिये हैं. इनमें एक अत्याधुनिक एमआई-17 वी-5 हेलीकॉप्टर भी शामिल है.
गृह मंत्रालय से गुहार
लेकिन एनएसजी के आला अधिकारी चाहते हैं कि फौरन एक्शन के लिए फोर्स के पास अपने हेलीकॉप्टर हों. ये मांग सोमवार को गृह मंत्रालय में एनएसजी के डीजी और दूसरे अधिकारियों की मीटिंग में भी उठी. करीब महीना भर पहले एनएसजी के डीजी ने इसी बात पर गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी.
बैठक में कई और सुझाव
गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनएसजी के आधुनिकीकरण के काम की समीक्षा की गई. मीटिंग के दौरान हेलीकॉप्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए निजी विमानन कंपनियों के विकल्प तलाशने की सलाह भी दी गई. मौजूदा नियमों के मुताबिक एनएसजी को इमरजेंसी के दौरान भारत में रजिस्टर्ड प्राइवेट कंपनियों के चॉपर के इस्तेमाल की छूट है. लेकिन विमान अपहरण होने की सूरत में एनएसजी सिर्फ सरकारी एयरलाइंस के हेलीकॉप्टर्स की ही सेवाएं ले सकता है.
गृह मंत्रालय का आश्वासन
सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय की ओर से एनएसजी को जल्द ही एक हेलीकॉप्टर विमान अपहरण जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए दिया जायेगा. मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि एनएसजी को सीमा सुरक्षा बल या वायुसेना के बेड़े में से एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराया जा सकता है.