नीति आयोग के सदस्य वीके सारस्वत ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'कश्मीर में इंटरनेट न होने से क्या फर्क पड़ता है? आप वहां इंटरनेट पर क्या देखते हैं? वहां क्या ई-टेलिंग हो रही है? गंदी फिल्में देखने के अलावा आप वहां कुछ भी नहीं करते हैं.'
वीके सारस्वत ने कहा, 'राजनेता कश्मीर क्यों जाना चाहते हैं? वे कश्मीर में दिल्ली की सड़कों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन को फिर से खड़ा करना चाहते हैं. वे विरोध प्रदर्शनों को हवा देने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं.'
गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू और कश्मीर के 10 जिलों में 2जी सेवाएं बहाल की गई थीं. सोशल मीडिया पर प्रतिबंध जारी रहेगा. जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव रोहित कंसल ने कहा था कि जम्मू क्षेत्र के 10 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बहाल की जा रही हैं. उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और कुपवाड़ा में 2जी इंटरनेट सेवाएं बहाल की जा रही हैं. कश्मीर घाटी के बैंकों में ब्रॉडबैंड सेवाएं पूरी तरह से चालू कर दी गई हैं. मुख्य सचिव ने कहा कि वाइस कॉलिंग की सेवा के साथ ही एसएमएस सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं.
NITI Aayog member V K Saraswat: What difference does it make if there’s no internet in Kashmir? What do you watch on internet there? What e-tailing is happening there? Besides watching dirty films, you do nothing there. 2/2 pic.twitter.com/LG81TcuBoA
— ANI (@ANI) January 19, 2020
कश्मीर में सोशल मीडिया पर है पाबंदी
कश्मीर में कई जगहों पर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं. कश्मीर घाटी में आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वे इंटरनेट का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे में सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है. इंटरनेट केवल सरकारी दफ्तर, स्कूल और अस्पतालों में मोबाइल फोन सर्विस, एसमएस सेवा और ब्रॉडबैंड की सेवा बहाल कर दी गई है. जम्मू के 5 जिलों में 2जी सेवा बहाल कर दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया फिलहाल काम नहीं करेगा.