scorecardresearch
 

मजदूर दिवस: राष्ट्रपति ने दी बधाई, शाह बोले- श्रमेव जयते के मंत्र पर चल रही सरकार

देश और दुनिया में आज मजदूर दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रपति समेत देश की कई बड़ी हस्तियों ने मजदूर दिवस के मौके पर श्रमिकों की मेहनत को सलाम किया.

Advertisement
X
लाखों मजदूर लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं (फोटो- पीटीआई)
लाखों मजदूर लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं (फोटो- पीटीआई)

  • आज मजदूर दिवस मना रही है दुनिया
  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी बधाई

कोरोना वायरस महामारी से देश इस वक्त लड़ाई लड़ रहा है और देश में लॉकडाउन भी लागू है. इन समस्याओं की वजह से सबकुछ ठप है और लाखों मजदूर फंसे हुए हैं. इस दौरान आज देश मजदूर दिवस मना रहा है, मजदूरों की मेहनत और त्याग को सलाम कर रहा है.

शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, कई केंद्रीय मंत्री समेत अन्य लोगों ने मजदूरों को सलाम किया और मजदूर दिवस की बधाई दी.

कोरोना पर फुल कवरेज के लि‍ए यहां क्ल‍िक करें

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में लिखा, ‘श्रम दिवस के अवसर पर, अथक परिश्रम करने वाले हमारे सभी श्रमिक भाई-बहनों को शुभकामनाएं. यह दिवस हमारे करोड़ों मजदूर भाई-बहनों की मेहनत और लगन के सम्मान के लिए समर्पित है. वे एक बेहतर और समृद्ध भारत की नींव तैयार कर रहे हैं, वे सही अर्थों में हमारे राष्ट्र-निर्माता हैं.’

Advertisement

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मजदूर दिवस पर श्रमिकों को सलाम किया.

उन्होंने लिखा, ‘‘विश्व श्रमिक दिवस’ के अवसर पर भारत की प्रगति और खुशहाली में अद्वितीय भूमिका निभाने वाले सभी श्रम योगियों को सलाम करता हूं. ‘श्रमेव जयते’ के मंत्र के साथ मोदी सरकार अपने कठिन परिश्रम और संकल्प से भारत को विश्व में अग्रणी बनाने वाले श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कटिबद्ध है.’

कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...

दुनिया में करीब 130 साल से भी अधिक समय से एक मई को मजदूर दिवस मनाया जा रहा है. जिसकी शुरुआत एक आंदोलन से हुई थी, तब अमेरिका में मजदूरों ने काम की समय सीमा को आठ घंटे तय करने के लिए आंदोलन छेड़ा था. लंबे वक्त के बाद 1 मई को मजदूर दिवस मनाने का ऐलान किया गया.

Advertisement

देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें

भारत में मजदूर दिवस सबसे पहले चेन्नई में मनाया गया, इसकी शुरुआत 1 मई 1923 को हुई थी.

Advertisement
Advertisement