आगामी 20 जनवरी को श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष पत्तन से भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) श्रृंखला के पांचवें उपग्रह ‘आईआरएनएसएस-1ई’ को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी31) के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा.
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि ‘आईआरएनएसएस-1ई’ को चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे प्रक्षेपण पैड से सुबह 9:31 बजे प्रक्षेपित किया जाएगा.
दो तरह के पेलोड ले जाएगा
इसरो ने बताया कि ‘IRNSS-1E’ अपने साथ दो तरह के पेलोड (अंतरिक्ष उपकरण) लेकर जाएगा, जिसमें एक नेविगेशन, जबकि दूसरा रेंजिंग पेलोड होगा. नेविगेशन पेलोड यूजरों को नेविगेशन सेवा से जुड़े सिग्नल भेजेगा और यह ‘एल-5’ और ‘एस’ बैंड में काम करेगा.
लेजर के जरिए रेंज का पता चलेगा
रेजिंग पेलोड में ‘सी’ बैंड का एक ट्रांसपोंडर लगा होगा, जिससे उपग्रह की रेंज के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी. ‘IRNSS-1E’ लेजर के जरिए रेंज का पता लगाने के लिए अपने साथ कॉर्नर क्यूब रेट्रो रिफ्लेक्टर्स भी लेकर जाएगा.
अत्यंत सटीक ‘रूबीडियम परमाणु घड़ी’ उपग्रह के नेविगेशन पेलोड का हिस्सा है. ‘IRNSS-1E’ आईआरएनएसएस अंतरिक्ष वर्ग के सात उपग्रहों में से पांचवां नेविगेशन उपग्रह है. उड़ान की शुरुआत के वक्त ‘आईआरएनएसएस-1ई’ का द्रव्यमान 1425 किलोग्राम है.
इनपुट- भाषा