सर्द रातें हों या गर्म सरहद पर हमेशा हमारे वीर जवान तैनात रहते हैं. जब सारा देश नए साल के जश्न में डूबा है तब भी ये आपकी और हमारी सुरक्षा के लिए डटे हैं. आपके और हमारे नए साल के बहुत से प्लान और कुछ नए वादे भी होते होंगे लेकिन इनके लिए हर साल ये ही वादा और प्लान होता है और वो है अपनी सरहदों की सुरक्षा और आतंक का सफाया करें.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में इन दिनों जंग जैसे हालत हैं कहीं आतंकियों तो कहीं पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एक बार फिर भारतीय सेना ने पीएओके में अंदर घुसकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
सरहद पर तैनात इन जवानों का एक ही लक्ष्य है कि सरहद के उस पार से कोई दुश्मन हमारी सीमा को न लांघ सके. सरहद पर निगरानी का ये सिलसिला यूं ही पूरी रात और दिन चलता है. गलती के लिए कोई जगह नहीं है. इन जवानों को बस अपने कम्पनी कमांडर की हिदायत याद है कि सरहद पर हालात गर्म हैं. दुश्मन इसका फायदा उठा सकता है. ऐसे में ज्यादा चौकन्ना रहने की जरुरत है.
LOC पर भारत माता की जय की हुंकार जब दुश्मन के कानों तक जाती होगी तो उसकी रूह भी कप जाती है. साल का कोई भी वक्त हो चाहे आगाज हो या अंत इन जवानों के लिए इनकी मात्रभूमि ही सबकुछ है. इतनी विपरीत परिस्थितियों में भी जज्बा मिलता है इन्हें सर्वधर्म मंदिर में से.जवान चाहे किसी धर्म का हो हर रोज इसी तरह एक साथ बैठकर भगवान की पूजा की जाती है.
सरहद पर हर तरह के मोर्चे हैं. कुछ जवान बंकर के अन्दर से निगरानी कर रहे हैं तो कुछ जवान ऊंचे पोस्ट से दुश्मन पर नजर रख रहे हैं. हर जवान आधुनिक हथियारों और निगरानी यंत्रों से लैस है. गर्मी, बारिश, कड़ाके की ठण्ड हर तरह के मौसम में तैनात इन जवानों को कोई चिंता नहीं है.