लद्दाख की गलवान घाटी में हुई चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों के शहीद होने को लेकर मोदी सरकार कांग्रेस के निशाने पर है. कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय जवान बिना हथियार के चीनी सैनिकों का सामना कर रहे थे. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें भारतीय जवान चीनी सैनिकों के साथ बिना हथियार के नजर आ रहे हैं.
रणदीप सुरजेवाला ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के जवाब में यह वीडियो शेयर किया है. दरअसल, जयशंकर ने कहा था कि भारतीय सेना के जवान हथियार लेकर ही सीमा पर ड्यूटी करते हैं और 15 जून को भी सैनिक हथियार लेकर गए थे. सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा कि तथ्यों के साथ खिलवाड़ नहीं करें जयशंकर. कृपया सोशल मीडिया के इस वीडियो को देखें और बताएं कि सैनिक बिना हथियार के क्यों हैं. और सीमा प्रबंधन के समझौते को लेकर इसे तर्कसंगत ठहराने की कोशिश नहीं करें.
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Let us not muddle facts @DrSJaishankar
Pl see the video on social media & tell why no firearms are being carried(see 34th sec for Galwan)
And Stop quoting Agreement on Border Management to justify sending Soldiers Unarmed in tactical military situation with lives at stake pic.twitter.com/MT1rjZYJ23
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 18, 2020
राहुल गांधी ने सरकार से पूछा था सवाल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प को लेकर केंद्र सरकार से लगातार सवाल कर रहे हैं. गुरुवार को राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए मोदी सरकार से सवाल किया कि चीन की ये कैसी हिम्मत कि उसने हमारे निहत्थे जवानों को मार दिया? हमारे सैनिकों को निहत्था शहीद होने के लिए क्यों भेज दिया गया था?
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जयशंकर ने राहुल गांधी को दिया जवाब
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को जवाब देते हुआ कहा कि आइए हम फैक्ट को स्पष्ट करते हैं. सीमा पर ड्यूटी के दौरान सभी सैनिक हमेशा हथियार लेकर जाते हैं, खासकर जब चौकियों से निकलते हैं. 15 जून को गलवान घाटी में भी भारतीय सैनिकों ने ऐसा ही किया. हालांकि लंबे समय से चली आ रही प्रथा (1996 और 2005 के समझौतों) के चलते भारत-चीन सीमा पर झड़प के दौरान हथियार का इस्तेमाल नहीं करते हैं.'