जहां आमिर खान के टीवी शो से ‘सत्यमेव जयते’ देश में बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ गया है, वहीं केंद्र सरकार अब यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि सरकारी संदेशों और देशभर में इसकी प्रस्तुति में उसका उचित सम्मान हो.
विभिन्न सरकारी मंचों पर सरकारी मुहर को ठीक ढंग से पेश नहीं किए जाने से चिंतित गृह मंत्रालय ने हाल ही में सभी राज्यों और केंद्रीय संगठनों को एक डिटेल कन्सटेशन भेजा है ताकि इस विषय पर ध्यान दिया जा सके.
गृह मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न का ठीक ढंग से उपयोग करने के बारे में विभिन्न परामर्श और विज्ञापन जारी करने के बावजूद यह बात संज्ञान में आई है कि राष्ट्रीय चिह्न का प्रकाशन, मुहर, वाहन, इमारतों, वेबसाइटों पर उपयोग करने वाली विभिन्न सरकारी एजेंसियां, अथॉरिटी अक्सर इसके उद्देश्य ‘सत्यमेव जयते’ का जिक्र नहीं करते और केवल शेर के चिह्न को दर्शाते हैं.
‘यह ध्यान देने की बात है कि ‘सत्यमेव जयते’ उद्देश्य के बिना भारत का राष्ट्रीय चिह्न अधूरा है, जो शेर के चिह्न के नीचे लिखा होता है.’