पूर्व सेनाध्यक्ष बिक्रम सिंह ने कहा है कि कश्मीरी लोग हमारे भाई-बहन हैं, हमें उन्हें साथ लेकर पाकिस्तान से लड़ना है. उनके अंदर हम ऐसा जोश भरें कि जिससे वो भारत की तरफ देखें. घाटी में सिर्फ 5-10 फीसदी लोग जो बहके हुए हैं, बाकी लोग हिंदुस्तान के साथ रहना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण सीमा रेखा पर सुरक्षा को और दुरुस्त करना चाहिए ताकि वहां से होने वाले घुसपैठ और आतंकी घटनाओं पर लगाम लगे.
उन्होंने कहा कि जहां तक आतंकियों का सवाल है कि वो देश के अंदर जहां भी हैं, उन्हें मार गिराना चाहिए. हमें अपनी सुरक्षा को और पुख्ता करना चाहिए ताकि आतंकी और कोई घटना नहीं सक सके. हमें पाकिस्तान पर हर प्रकार दवाब डालने की जरूरत है. आज पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब है. उसे मिलने वाली आर्थिक मदद भी अब मिल नहीं रही है.
पाकिस्तान में आर्मी इमरान सरकार को नियंत्रित कर रही है, वो उनकी नीति को तय करती है. वहां सेना पर अंगुली उठाने से सब डरते हैं. हमें पाकिस्तान की आवाम को ताकत देनी है, जिससे वो पाकिस्तानी सेना पर अंगुली उठा सकें. उसके खिलाफ आवाज बुलंद कर सकें. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को वो हर संभव कदम उठाने चाहिए, जिससे पाकिस्तानी आर्मी पर दवाब पड़े. सेना को उजागर करना होगा कि पाकिस्तान की समस्या की सबसे बड़ी जड़ वहां की सेना है. सेना के अधिकारियों के पास बड़े बंगले हैं और गरीब लोग हथियार उठा रहे हैं, जिन्हें सेना ट्रेनिंग दे रही है.
'आतंकियों को घर में घुसकर मारना होगा'
पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई जारी रखनी होगी. इसके बाद पाकिस्तान कहना शुरू करेगा कि कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद की जगह हिज्ब-उल-मुजाहिद्दीन आतंक फैला रहा है. इसलिए हमें इनके घर में घुसकर मारना होगा. इनके ट्रेनिंग सेंटर तबाह करने होंगे. जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि सांप की पूंछ पर पैर रखा गया है ना कि उसके सिर कुचला है. एयर स्ट्राइक के बाद हमें इसे आगे लेकर जाना होगा.