असम में 'दबंग कॉप' और 'लेडी सिंघम' के नाम से चर्चित पुलिस सब इंस्पेक्टर जुनमोनी राभा (30 साल) की मंगलवार तड़के एक हादसे में मौत हो गई है. नागांव जिले में उनकी कार की एक कंटेनर ट्रक से आमने-सामने टक्कर हो गई, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गई थीं. बाद में उनकी मौत हो गई.
जुनमोनी कई विवादों में फंसी रही हैं. हादसे के वक्त वे अपनी निजी कार में अकेली थी, वर्दी में भी नहीं थीं. ये दुर्घटना कलियाबोर अनुमंडल के जाखलाबंधा थाना क्षेत्र के सरुभुगिया गांव में हुई. जाखलाबांधा पुलिस थाने के प्रभारी पवन कलिता ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब ढाई बजे सूचना मिलने के बाद पुलिस गश्ती दल मौके पर पहुंचा और जुनमोनी को पास के अस्पताल ले गया. जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया.
सिविल ड्रेस में कहां जा रही थीं एसआई?
पुलिस ने कंटेनर ट्रक को जब्त कर लिया है. ये उत्तर प्रदेश से आ रहा था. हालांकि, दुर्घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया. नागांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले भी सुबह मौके पर पहुंची और जायजा लिया. हालांकि, पुलिस को इस बात का सुराग नहीं लगा है कि एसआई अपनी निजी कार में बिना किसी सुरक्षा के सादे कपड़ों में अकेले ऊपरी असम की ओर क्यों जा रही थीं. उनके परिवार के सदस्यों ने भी अनभिज्ञता जताई है.
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भ्रष्टाचार के केस में हुई थीं गिरफ्तार
जुनमोनी इस समय मोरीकोलॉन्ग पुलिस चौकी की प्रभारी थीं और अपराधियों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की वजह से चर्चा में रहीं. इसके साथ ही वे कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए भी विवादों में रहीं. पिछले साल जून में उन्हें अपने पूर्व प्रेमी के साथ कथित भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
2022 में बीजेपी विधायक से विवाद आया था सामने
माजुली जिले की एक अदालत ने जुनमोनी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था, जिसके बाद उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया गया था. बाद में निलंबन हटा लिया गया और वह फिर से सेवा में शामिल हो गईं. वो जनवरी 2022 में एक और विवाद में फंस गई थीं, जब बिहपुरिया निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक अमिय कुमार भुइयां के साथ उनकी टेलीफोनिक बातचीत लीक हो गई थी.
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कहा जाता है कि राभा द्वारा 'अवैध रूप से' फिट की गई मशीनों के साथ देशी नावों के संचालन किए जाने पर एक्शन लिया गया था और कुछ नाविकों को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद उन पर भुइयां के निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का कथित उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगा था.
इस पूरे घटनाक्रम का ऑडियो टेप लीक हो जाने से विवाद खड़ा हो गया था. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए.