कांग्रेस से निलंबित किए गए विधायक रोशन बेग ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सवाल उठाए. रोशन बेग ने कहा कि मुझे राहुल गांधी को लेकर दुख होता है. राहुल ने पार्टी के सबसे खराब प्रदर्शन के कारण पद छोड़ दिया. मैंने राहुल गांधी का मजाक नहीं उड़ाया है. वे (राहुल) उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं जिन्होंने केएच मुनियप्पा के खिलाफ काम किया है? मैंने अपने नेताओं के बारे में जो बताया है, वह पार्टी कार्यकर्ताओं की सामान्य भावना है.
रोशन बेग ने कहा कि मैं आज केवल पार्टी के बारे में बात करूंगा. कल पता चला कि मुझे पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. मैं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं जैसे रामलिंग रेड्डी, मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करूंगा. केएच मुनियप्पा को हराने के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार सुमलथा के लिए काम करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? मैंने यह सुनिश्चित किया है कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी को अच्छा बहुमत मिले. पार्टी को पारदर्शी होना होगा.
बेग ने ट्वीट कर कहा, ''पार्टी का एक जिम्मेदार सैनिक हूं. पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर काम कर चुका हूं और एनएसयूआई से उठा हूं. राज्य का नेता होने के कारण मैंने प्रदेश पार्टी के खराब चुनाव मैनेजमेंट को लेकर अपने दिल की बात और पार्टी कार्यकार्ताओं की आवाज उठाई ताकि पर्टी के ढांचे में बदलाव आ सके. लेकिन उनका यह बर्ताव दिखाता है कि यहां सुधार के लिए कोई गुंजाइश नहीं है. बाकी चीजों पर सही वक्त पर चर्चा होगी''.
As a sincere soldier of this party, I had been a grass root worker of this party and graduated from the level of an NSUI worker in the 70s. Being a state politician, I dared to express my true feelings and voiced the opinions of my Congress workers of this very State unit (1/2)
— Roshan Baig (@rroshanbaig) June 19, 2019
हाल ही में बेग ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ बयान देकर हड़कंप मचा दिया था. उन्होंने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को मसखरा कहा और पार्टी के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव पर भी निशाना साधा. बेग ने कहा था, 'वेणुगोपाल एक मसखरा हैं. वह हमारे राज्य में पार्टी के बारे में क्या जानते हैं क्योंकि वह केरल से हैं? सिद्धारमैया के अहंकार की वजह से, पार्टी को मई 2018 विधानसभा चुनाव में हार मिली और मौजूदा खराब प्रदर्शन के लिए राव की अपरिपक्वता जिम्मेदार है.' लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. दोनों पार्टियां कुल 1-1 सीट ही जीत पाईं.वहीं 28 में से 25 बीजेपी के खाते में गई.for their poor election management with hopes of organizational change but this attitude shows, there's no room for correction here. Remaining things will be discussed at an appropriate time, thanks. (2/2)
— Roshan Baig (@rroshanbaig) June 19, 2019
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की संयुक्त सरकार में तनातनी की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. कांग्रेस के पास ज्यादा सीटें होने के बावजूद उसने जेडीएस को मुख्यमंत्री का पद ऑफर किया था. ऐसा कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए किया था.