चीन के मसले पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से कई सवाल किए हैं. इससे पहले जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधा था.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने चीन से लड़ने और हमारे सशस्त्र बलों का समर्थन करने में अपनी ऊर्जा खर्च की होती तो राष्ट्र को गुमराह करने के लिए चीनी अपराधों पर झूठ बोलने की जरूरत नहीं पड़ती.
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Dear Nadda Ji,
Above all, pl answer.
Select news channels are running that Chinese forces are withdrawing from P-14 & our territory in Galwan Valley. If correct,we welcome & salute our forces.
But PM said no one ever occupied our territory. Did he then mislead the Nation? https://t.co/71tgK3c0J1
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 6, 2020
- हमारे सशस्त्र बलों के 15 लाख जवानों और 26 लाख सैन्य पेंशनरों का महंगाई भत्ता काटा जा रहा है. क्या मोदी सरकार उन्हें ऐसे प्रोत्साहित कर रही है?
- बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने ये कहते हुए एक रिपोर्ट प्रस्तुत की, रक्षा व्यय 1962 के बाद से सबसे कम 56 सालों में था. क्या ये सशस्त्र बलों के मनोबल को बढ़ाने का तरीका है?
- क्या जनरल बीसी खंडूरी की अध्यक्षता में रक्षा पर स्थाई समितियों ने ये नहीं माना कि हमारे 68% उपकरण पुराने हैं और चीन सीमा पर सामरिक सड़कों के निर्माण के लिए अपर्याप्त संसाधन हैं ? क्या मोदी सरकार ने रक्षा समिति की बात सुनी?
- चीन ने 2015 से हमारे क्षेत्र में 2264 बार नियमों का उल्लंघन क्यों किया ? ( 2015-428, 2016-296, 2017-473, 2018-404, 2019-663)?
- मीडिया के मुताबिक, चीनी सेना पी -14 और गलवान घाटी के हमारे इलाके से हट रही है. यदि सही है तो हम अपनी सेनाओं का स्वागत करते हैं और सलाम करते हैं, लेकिन पीएम ने कहा कि हमारे क्षेत्र पर कभी किसी ने कब्जा नहीं किया, क्या उन्होंने तब राष्ट्र को गुमराह किया था?
स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में हिस्सा नहीं लिया
सोमवार सुबह भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने डिफेंस मामलों की स्टैंडिंग कमेटी की एक भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया है. सितंबर 2019 के बाद से करीब ऐसी एक दर्जन बैठक हुई हैं, जिसमें राहुल नदारद थे.
2019 में चीन बॉर्डर पर गई थी डिफेंस मामले की स्टैंडिंग कमेटी, राहुल नहीं हुए थे शामिल
इस बीच संसद के आंकड़ों के अनुसार, 4 नवंबर से 9 नवंबर 2019 के बीच डिफेंस मामले की स्टैंडिंग कमेटी बॉर्डर इलाकों के दौरे पर गई थी. इनमें भारत-चीन बॉर्डर का गंगटोक, नाथू-ला पास, गुवाहाटी, तवांग, शिलॉन्ग से जुड़े इलाके शामिल थे.