ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिल गई है. कोरोना काल में सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ रथयात्रा की इजाजत दी है. कोर्ट के इस फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा के लोगों को बधाई दी है.
शाह ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए खास है. विशेषकर हमारे ओडिशा के भाइयों और बहनों के साथ-साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के भक्तों के लिए. रथयात्रा सुनिश्चित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पूरा देश प्रसन्न है.
Today is a special day for all of us, particularly our Odia sisters and brothers as well as devotees of Mahaprabhu Shri Jagannath Ji. The entire nation is delighted by the decision of the Honourable Supreme Court to ensure the Rath Yatra goes on.
जय जगन्नाथ!
— Amit Shah (@AmitShah) June 22, 2020
गृह मंत्री ने कहा कि ये मेरे साथ भारत के करोड़ों भक्तों के लिए खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल भक्तों की भावना को समझा, बल्कि उन परामर्शों को भी लागू किया, जिससे हमारी भूमि की महान परंपराओं का पालन किया जाए.
अमित शाह ने कहा कि रविवार शाम मैंने प्रधानमंत्री मोदी की सलाह पर गजपति महाराज जी (पुरी के राजा) और पुरी के शंकराचार्य से बात की और यात्रा को लेकर उनके विचारों को जानकर पीएम को अवगत कराया. आज सुबह प्रधानमंत्री के निर्देश पर सॉलिसिटर जनरल से भी बातचीत की.
जगन्नाथ रथ यात्रा को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी, शर्तों के साथ मिली इजाजत
बता दें कि पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिल गई है. कोरोना के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ रथयात्रा की इजाजत दी है. कोर्ट ने कहा कि प्लेग महामारी के दौरान भी रथ यात्रा सीमित नियमों और श्रद्धालुओं के बीच हुई थी.
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पुरी रथ यात्रा पर रोक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं डाली गई थीं. इन याचिकाओं पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोबडे ने तीन जजों की बेंच गठित की. इस बेंच में सीजेआई एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी शामिल रहे.