भारतीय एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा एक अरब आतंकवादी हैं. ये सोचना है सैकड़ों अमेरिकी नागरिकों का. चौंकिए मत, खुद प्रियंका चोपड़ा ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में इस नस्लवादी हमले का खुलासा किया.
पूरे वाकये की शुरुआत हुई सितंबर 2013 में. प्रियंका चोपड़ा ने अपने गाने इन माई सिटी को गुरुवार रात होने वाले फुटबॉल मैच से पहले अमेरिका में परफॉर्म किया. इस परफॉर्मेंस के बाद प्रियंका को हजारों हेट मेल और ट्वीट्स मिले. इसमें उन्हें अरब टेररिस्ट करार दिया गया. उनसे कहा गया कि तुम्हारा यहां कोई काम नहीं और अमेरिकन टीवी से दूर रहो.
प्रियंका ने जिस इंटरव्यू में इस नस्लवादी हमले का खुलासा किया है. वह यूट्यूब पर खूब देखा और शेयर किया जा रहा है. इसमें उन्होंने कहा कि मशहूर होने के बाद इस तरह की मुश्किलों से लगातार सामना करना पड़ता है. बकौल प्रियंका, मैं अरसे से लाइमलाइट में हूं. मुझे पता है कि यहां फूल के साथ पत्थर भी मिलते हैं.
नस्लवादी सोच के मसले पर उनका जवाब था कि इससे एक ही ढंग से पार पाया जा सकता है. अपना काम जारी रखो. आलोचकों का, बेसिर पैर की बात करने वालों का मुंह बंद हो जाएगा. मेहनत करते रहो. हासिल करते रहो क्योंकि इन बेहूदा बात करने वालों से हजारों गुना ज्यादा लोग ऐसे हैं, जो आपको सपोर्ट करते हैं.
प्रियंका ने कहा कि मेरे सामने दो च्वाइस थीं. या तो मैं उन ई मेल्स की तरफ देखती, जो मुझे ब्राउन, साउथ एशियन और आतंकवादी कह रही थीं. ये कहकर खिल्ली उड़ा रही थी कि तुम गोरी नहीं हो, तो फिर न्यू यॉर्क फुटबॉल लीग में क्या कर रही हो. या फिर उन ई मेल्स और ट्वीट्स की तरफ देखती, जो एनएफएल नेटवर्क को भेजे जा रहे थे. जिनमें मेरे काम की, मेरे गाने की सराहना हो रही थी. जाहिर है कि मैंने दूसरे किस्म के ईमेल्स और प्रतिक्रियाओं पर ध्यान दिया.
वह परफॉर्मेंस जिसके बाद प्रियंका को भेजे गए हेट मेल्स
वह इंटरव्यू, जिसमें प्रियंका ने किया नस्लवादी हमले का खुलासा