भारतीय निशानेबाजों ने तेज हवाओं के बीच एक बार फिर निराश किया, जिससे लगातार तीसरे दिन टीम को पदक से महरूम रहना पड़ा. भारत की ओर से केवल पिस्टल विशेषज्ञ समरेश जंग ही प्रभावी प्रदर्शन कर पाये.
चार साल पहले मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में पांच स्वर्ण पदक जीतने ‘गोल्डफिंगर’ विशेषण पाने वाले समरेश पुरुष 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में सिर्फ एक अंक से कांस्य पदक का शूट आफ चूक गये और 569 अंक के साथ 39 निशानेबाजों के बीच सातवें स्थान पर रहे.
समरेश के दो अन्य साथी पेम्बा तमांग और चंद्रहास चौधरी भी क्रमश: 550 और 549 अंक जुटाकर काफी पीछे 22वें और 23वें स्थान पर रहे. भारतीय टीम कुल 1668 अंक जुटाकर चौथे स्थान पर रही जो कांस्य पदक हासिल करने वाले उत्तर कोरिया (1690) से काफी कम है.
विश्व महिला प्रोन चैम्पियन तेजस्विनी सावंत ने भी निराशाजनक प्रदर्शन किया और महिला थ्री पोजीशन राइफल स्पर्धा में 569 अंक के साथ 45 निशानेबाजों के बीच 23वें स्थान पर रहीं. तेजस्विनी की टीम की साथी लज्जा कुमारी गोस्वामी इसी स्कोर के साथ उनके एक पायदान नीचे रही जबकि चेतनप्रीत कौर निलोन ने 559 अंक के साथ 31वां स्थान हासिल किया.
टीम स्पर्धा में भारत 1697 अंक के साथ 12 टीमों के बीच नौवें स्थान पर रहा. चीन ने 1733 अंक के साथ स्वर्ण जीता, जबकि दक्षिण कोरिया ने 1728 अंक के साथ रजत पदक हासिल किया. ईरान ने 1719 अंक के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. इससे पहले जंग ने 150 सेकेंड, 20 सेकेंड और 10 सेकेंड चरण में 194, 189 और 186 का स्कोर बनाया.{mospagebreak}
कांस्य पदक के लिए चार निशानेबाजों के बीच शाट आफ में चीन के यिन योंग्दे ने बाजी मारी. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक दक्षिण कोरिया के होंग सियोंगवान (575) को मिला. समरेश के साथी पेम्बा और चौधरी के निशाने लक्ष्य से काफी दूर रहे और वह क्रमश: 188, 187 और 175 तथा 185, 190 और 174 की ही सीरीज बना पाये.
महिला राइफल वर्ग स्पर्धा में तेजस्विनी ने प्रोन में 98 और 98 का स्कोर बनाया. उन्होंने स्टैंडिंग में 92 और 93 जबकि नीलिंग में 95 और 93 अंक बटोरे. लज्जा कुमारी ने थ्री पोजीशन में प्रोन में 197 (98 और 99), स्टैंडिंग में 183 (93 और 90) और नीलिंग में 189 (96 और 93) का स्कोर बनाया जबकि चेतनप्रीत ने 190 (96 और 94), 183 (90 और 93) और 186 (93 और 93) का स्कोर बनाया.
इसके साथ ही पिस्टल और राइफल निशानेबाजी में भारतीय महिलाओं की चुनौती खत्म हो गयी है जहां उन्हें केवल 10 मीटर एयर पिस्टल में एक कांस्य पदक मिला.