बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बोले कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनने के लिए ही बगावत किए हैं और देश में ऐसा इतिहास रहा है कि जिनके पास कम विधायक रहे हैं, वह भी मुख्यमंत्री बने हैं.
जब सतीश पूनिया से उन परिस्थितियों के बारे में सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि कई बार ऐसे समीकरण बनते हैं, जब छोटे दल के लोग मुख्यमंत्री बनते हैं. हालांकि, बीजेपी ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है क्योंकि अभी तक राजस्थान में राजनीतिक हालात स्पष्ट नहीं है.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने अंतर्विरोध की वजह से खत्म हो रही है, जहां पर सचिन पायलट जैसे नेता को पार्टी छोड़नी पड़ रही है. कांग्रेस का इतिहास रहा है कि हाथ से निकल के नेता अपने आप को स्थापित किए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि जब मामला कोर्ट में है, तब विधानसभा का सत्र नहीं बुलाया जा सकता है क्योंकि दो संवैधानिक संस्थाएं आपस में अपने अधिकार को लेकर नहीं टकरा सकती हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार को हाई कोर्ट के फैसले और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए और उसके बाद ही सदन की बैठक बुलानी चाहिए. गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि सचिन पायलट और भारतीय जनता पार्टी मिलकर गहलोत सरकार को गिराना चाहते हैं. दूसरी ओर सचिन पायलट की ओर से कहा जा रहा है कि वह अभी भी कांग्रेस पार्टी में हैं और पार्टी के अंदर रहकर ही अपनी लड़ाई लड़ेंगे.