राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तकरार पर सुलह का रास्ता निकलता दिखाई नहीं दे रहा है. कांग्रेस हाईकमान भी इस मामले में जुटा हुआ है लेकिन बात नहीं बन पाई है. पायलट खेमा अब गहलोत को हटाने की जिद पर अड़ गया है. ऐसे में राजस्थान के बदलते समीकरणों के बीच बीजेपी भी एक्टिव हो गई है.
जयपुर में आज बीजेपी एक तरफ बैठक कर रही है तो दूसरी तरफ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट खेमे के कांग्रेसियों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं. गहलोत कैबिनेट में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह भरतपुर ने मंगलवार को एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''मैं बोलता हूं तो इल्ज़ाम है बग़ावत का...मैं चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है..!''
गहलोत को चुनौती पेश करने पर बगावत के इल्जाम का इशारा करने वाले इस ट्वीट के आते ही बीजेपी के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया सामने आए और विश्वेंद्र सिंह के ट्वीट को री-ट्वीट किया. उनकी तारीफ में सतीश पूनिया ने लिखा, ''वाह राजा साहब, बेहद खूब;बेअंदाज है आपके निराले अंदाज़, आप न तो इल्जाम की परवाह करते हैं; न आप बेबस हो सकते;जय हो; विजय हो आपकी.''
इस ट्वीट के साथ सतीश पूनिया ने पायलट खेमे के इस मंत्री को विजय की शुभकामनाएं दी हैं, उसके बड़ी राजनीतिक हलचल भी पैदा होती नजर आ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि पायलट खेमा मानने को राजी नहीं है. ऐसे में कहा जा रहा है कि पार्टी सचिन पायलट के खिलाफ सख्त एक्शन ले सकती है. ऐसी सूरत में निश्चित ही बीजेपी का रोल काफी अहम हो जाएगा. हालांकि, पायलट खेमे के विधायक कह रहे हैं कि वो बीजेपी में नहीं जा रहे हैं. लेकिन बीजेपी का जयपुर में बैठक बुलाना और पायलट गुट के मंत्री के बयान की तारीफ करना काफी कुछ जाहिर कर रहा है.
बता दें कि सिर्फ सतीश पूनिया ही सचिन पायलट या उनके गुट के पक्ष में खड़े नजर नहीं आ रहे हैं. मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और बीजेपी नेता उमा भारती ने भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को कमजोर बताते हुए सचिन पायलट की तारीफ की है. इससे पहले राजस्थान से आने वाली बीजेपी के सांसद ओम माथुर भी सचिन पायलट की मेहनत की तारीफ कर चुके हैं और कह चुके हैं कि दिल्ली में रहने वाले अशोक गहलोत ने जाकर सीएम पद संभाल लिया था, जबकि मेहनत पायलट ने की थी.
ऐसे में अब एक बार फिर राजस्थान की सियासी तस्वीर काफी दिलचस्प हो गई है.