राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. फिलहाल राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मतदाताओं को रिझाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. वहीं दूसरी ओर सरकार पर निशाना साधकर कांग्रेस भी इसी राह पर है. ऐसे में जानते हैं जयपुर और उसकी विद्यानगर सीट का हाल...
दरअसल जयपुर जिला भी बीजेपी का गढ़ माना जाता है. जयपुर जिले में 19 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें एक सीट पर कांग्रेस, 16 सीटों पर बीजेपी, एक सीट पर निर्दलीय और एक सीट पर एनपीपी [नेशनल पीपुल्स पार्टी] का कब्जा है. वहीं इसमें जयपुर शहर की सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.
विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र भी जयपुर शहर में आता है और परिसीमन से पहले यह क्षेत्र बनीपार्क में आता था. हालांकि 2008 में हुए परिसीमन में इसका नाम बदल दिया गया. यह सीट प्रदेश की वीआईपी सीटों में से एक है. दरअसल पूर्व उप-राष्ट्रपति और पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत के दामाद यहां से विधायक हैं. साल 2008 में भैरोंसिंह शेखावत ने खुद यहां आकर प्रचार भी किया था.
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खास बात ये है कि जयपुर में एक झोटवाड़ा क्षेत्र है, जो कि झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में नहीं आता है और यह क्षेत्र विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. साल 2017 की वोटिंग लिस्ट के अनुसार क्षेत्र में 318365 मतदाता और 286 मतदाता केंद्र हैं. साथ ही क्षेत्र की जनसंख्या में 9.48 फीसदी एससी और 1.97 फीसदी एसटी का योगदान है.
2013 विधानसभा चुनाव
2013 में विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के नरपतसिंह राजवी ने कांग्रेस के विक्रम सिंह शेखावत को 37913 वोटों से हराया था. बता दें कि नरपत सिंह राजवी ने दूसरी बार इस सीट से जीत हासिल की थी और इससे पहले वे चितौड़गढ़ से चुनाव लड़ते थे और चिकित्सा मंत्री रहे थे. वहीं विक्रम सिंह शेखावत जयपुर नगर निगम में काफी लोकप्रिय नेताओं में से एक है. इस चुनाव में नरपत सिंह राजवी को 107068 और विक्रम सिंह शेखावत को 69155 वोट मिले थे. इस बार 275224 मतदाताओं में से 191052 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
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2008 विधानसभा चुनाव
वहीं 2008 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नरपत सिंह राजवी ने कांग्रेस के विक्रम सिंह शेखावत को हराया था. इस चुनाव में विक्रम सिंह को कम वोटों से हार मिली थी, जबकि 2013 में यह अंतराल पढ़ गया था. बीजेपी उम्मीदवार नरपतसिंह राजवी को 64263 जबकि विक्रम सिंह को 55223 वोट हासिल हुए थे.
विधानसभा का समीकरण
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं. इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी. बहुजन समाज पार्टी को 3, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.