scorecardresearch
 

जयपुर: जेल में बंद इंजीनियर ने फांसी लगाकर दी जान, पॉक्सो एक्ट में हुई थी गिरफ्तारी

Rajasthan News in Hindi: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जेल में बंद जिस शख्स ने फांसी लगाई है उसे 18 फरवरी को 11 साल की मासूम के साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

Advertisement
X
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 18 फरवरी से जेल में बंद था युवक
  • मृतक के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

राजस्थान के जयपुर के जवाहर सर्किल थाने की जेल में बंद एक युवक ने खुदकुशी कर ली. देर रात युवक ने लॉकअप के रोशनदान से कंबल को लटका कर फांसी लगा ली. बताया जा रहा है कि युवक एक आईटी इंजीनियर है.

38 वर्षीय मृतक का नाम अंकित त्यागी है. 18 फरवरी को जवाहर सर्किल पुलिस ने युवक को 11 साल की मासूम के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया था. 20 फरवरी की सुबह वह लॉकअप में फंदे से लटका हुआ मिला. 

एक आरोपी के जेल के अंदर फांसी लगाने की घटना से पूरे थाने में सनसनी फैल गई. घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी, एसीपी एडिशनल एसपी सहित पुलिस के बड़े अधिकारी जवाहर सर्किल पुलिस स्टेशन पर पहुंचे और मुआयना किया. 

घटना की जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी अवनीश ने बताया मृतक को पॉक्सो एक्ट के तहत युवक को गिरफ्तार किया गया था. उससे मामले को लेकर पूछताछ चल रही थी, सुबह के समय उसे चाय पिलाई गई, उसके बाद थाने के स्टाफ ने देखा तो वह फंदे से झूलता हुआ मिला.

Advertisement

उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच मजिस्ट्रेट से करवाई जाएगी. मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से मजिस्ट्रेट की निगरानी में करवाया जाएगा. 

वो आत्महत्या नहीं कर सकता है...

वहीं, मृतक के परिजनों ने कहा कि अंकित त्यागी आत्महत्या जैसा बड़ा कदम नहीं उठा सकता. उसे पॉक्सो केस में झूठा फंसाया गया है. मृतक के परिजनों का कहना है कि वह नोएडा स्थित आईटी कंपनी में इंजीनियर की पोस्ट पर काम कर रहा था. उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम होन के कारण वह जयपुर स्थित अपने घर से ही काम कर रहा था.

परिजनों ने आरोप लगाया कि उनके पड़ोसियों ने आपसी रंजिश के कारण अंकित को पॉक्सो केस में फंसाया है. इस दौरान मृतक के परिजनों ने उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की.

 

Advertisement
Advertisement