पंजाब के फरीदकोट जिले की पुलिस ने एक मिसाल पेश करते हुए पिछले एक साल में चोरी या गुम हुए 365 मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को वापस लौटा दिए. इन मोबाइलों की कुल कीमत करीब 85 लाख रुपये आंकी गई है. पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मकसद केवल वित्तीय नुकसान की भरपाई करना नहीं था, बल्कि लोगों के व्यक्तिगत डाटा की सुरक्षा भी प्रमुख चिंता का विषय थी.
दरअसल, पुलिस लाइन फरीदकोट में आयोजित विशेष समारोह में एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने स्वयं मोबाइल फोन उनके मालिकों को सौंपे. इस दौरान कई लोगों की आंखों में खुशी के आंसू थे. समारोह में मौजूद लोगों ने बताया कि वे अपने मोबाइल फोन वापस मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन फरीदकोट पुलिस ने उनकी उम्मीदें फिर से जगा दीं.
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फरीदकोट पुलिस की इस पहल की स्थानीय लोगों ने जमकर प्रशंसा की. लोगों ने कहा कि पुलिस ने न केवल उनकी संपत्ति लौटाई है, बल्कि उनके व्यक्तिगत डाटा को गलत हाथों में जाने से भी बचाया है. यह कदम पुलिस और जनता के बीच भरोसे को मजबूत करने वाला साबित हुआ है. एक लाभार्थी नीतू सिंह ने कहा मेरा फोन भले महंगा नहीं था, लेकिन उसमें मेरे जरूरी फोटो और कॉन्टैक्ट नंबर थे. पुलिस ने मेरा फोन ढूंढकर लौटा दिया. अब मुझे यकीन है कि पुलिस वास्तव में जनता की सुरक्षा और मदद के लिए हर समय तैयार रहती है.
मामले में SSP ने कही ये बात
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि मोबाइलों की बरामदगी तकनीकी ट्रैकिंग और निगरानी के जरिए संभव हो सकी. इसके लिए साइबर क्राइम थाना, टेक्निकल सेल और जिले के सभी थानों ने संयुक्त प्रयास किए. उन्होंने कहा आज के समय में मोबाइल सिर्फ एक गैजेट नहीं, बल्कि इंसान की पूरी डिजिटल जिंदगी है.
इसमें व्यक्तिगत फोटो, वीडियो, बैंकिंग डिटेल्स और निजी जानकारियां होती हैं. ऐसे में मोबाइल गुम होना न केवल आर्थिक नुकसान देता है, बल्कि डाटा के दुरुपयोग का भी बड़ा खतरा बन जाता है. हमारी प्राथमिकता लोगों का डाटा सुरक्षित करना और उन्हें राहत पहुंचाना है. पिछले एक साल में इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद कर लौटाना पुलिस प्रशासन की जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.