पंजाब पुलिस के प्रमुख दिनकर गुप्ता ने पिछले दिनों करतारपुर कॉरिडोर और सिख समुदाय को लेकर एक बयान दिया था. वहीं, निलंबित डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों ने कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर खालिस्तानियों आतंकियों से संबंध रखने का आरोप लगाया था.
विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) और आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को इन दोनों ही मुद्दों को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा किया. दोनों ही विपक्षी दलों के विधायक मंत्री भारत भूषण आशु और डीजीपी दिनकर गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. हंगामा करते हुए विपक्ष के विधायक वेल तक पहुंच गए.
यह भी पढ़ें- पंजाब DGP के बयान पर संग्राम, अकाली दल बोला- सिख को आतंकवाद से जोड़ना गलतविपक्षी पार्टी के नेताओं का हंगामा बढ़ता देख कर विधानसभा अध्यक्ष ने आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तब भी विपक्षी दलों के विधायक हंगामा करते रहे. सत्ताधारी दल की ओर से हंगामा कर रहे विपक्षी विधायकों को शांत कराने की कोशिश की गई, लेकिन हंगामा कर रहे विधायक मानने को तैयार नहीं हुए.
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सत्ताधारी दल की ओर से यह कहकर विपक्षी विधायकों को शांत कराने की कोशिश की गई कि इन मुद्दों पर मंगलवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह वक्तव्य दे सकते हैं. तमाम आश्वासनों के बावजूद विपक्षी विधायक डीजीपी दिनकर गुप्ता और कैबिनेट मंत्री भारत भूषण के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.
डीजीपी ने क्या कहा था
दिनकर गुप्ता के बयान से खफा विपक्ष को निलंबित डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों के आरोप ने सरकार को घेरने का मौका दे दिया है. गौरतलब है कि डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान जाने वाले सिख समुदाय के लोगों को आसानी से आतंकवादी बनाया जा सकता है.
डीजीपी के बयान से सिख समुदाय नाराज
डीजीपी के इस बयान से सिख समुदाय के लोग नाराज हैं. डीजीपी के बयान पर घमासान अभी थमा भी नहीं था कि कैबिनेट मंत्री भारत भूषण को अभद्र संदेश भेजने के आरोप में निलंबित डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके खालिस्तानी आतंकियों से संबंध का आरोप लगा दिया.
निलंबित सेखों ने अपने आरोप के समर्थन में साल 1992 में बम धमाकों के बाद मंत्री भारत भूषण की ओर से टाडा एक्ट के तहत दर्ज कराए गए बयान की कॉपी भी बांटी. सेखों के आरोप पर कैप्टन सरकार के मंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अब इसे लेकर विपक्षी आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.