देश की सभी पार्टियां वैसे तो 'सिद्धांत' और 'विचारधारा' की खूब बातें करती हैं लेकिन ये अपनी 'सिद्धांत' और 'विचारधारा' जरूरत के हिसाब से बदल भी देती हैं. महाराष्ट्र में एनसीपी में जो चल रहा है उसका पूरा आधार अब 'सिद्धांत' और 'विचारधारा' पर ही आकर टिक गया है. लेकिन ये कितना सही है, समझें