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India Today Conclave East 2022: 'सफल आदमी के पीछे औरत का हाथ वाली सोच घिसीपिटी', मेघालय CM की पत्नी बोलीं

India Today Conclave East 2022: मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा की पत्नी डॉक्टर मेहताब चंडी का कहना है कि लोग हमेशा कहते हैं कि एक सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है, ये एक घिसीपिटी सोच है. उन्होंने इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट 2022 के THE BETTER HALF Finding an Identity Beyond the Shadow of a Super Spouse सत्र में ऐसा क्यों बोला, आइए जानते हैं.

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डॉ. मेहताब चंडी (Photo: Debajyoti Chakraborti)
डॉ. मेहताब चंडी (Photo: Debajyoti Chakraborti)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एंटरप्रेन्योर बनाने में कोनराड का हाथ
  • तोड़ने के लिए किया जाता पति की पहचान का उपयोग

आपने-हमने सभी ने कभी ना कभी सुना होगा कि एक सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है. लेकिन एंटरप्रेन्योर और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा की पत्नी डॉ. मेहताब चंडी इसे एक घिसीपिटी सोच (Cliche) बताती हैं. वे यहां इंडिया टुडे कॉनक्लेव ईस्ट 2022 में बोल रही थीं.

‘ये घिसीपिटी सोच है’

डॉ. चंडी ने कहा, 'मैं कोरनाड की राजनीति में मदद करती हूं. दरअसल मेघालय का समाज अलग हैं. वहां एक नेता को इस बात पर भी परखा जाता है कि उसका परिवार कैसा है, उसके बच्चे कैसे हैं, कई बार तो उनके पालतू जानवरों को देखकर भी उनके चरित्र का अंदाजा लगाया जाता है. ऐसे में मैं एक पत्नी के तौर पर हमेशा उनके साथ रहती हूं और उन्हें प्रोत्साहित करती हूं.'

जब उनसे ये पूछा गया कि क्या वो ये कहना चाहती हैं कि एक सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है, तो उन्होंने कहा कि ये सोच काफी पुरानी और घिसीपिटी (Cliche)है. बल्कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप एक जीवनसाथी के तौर पर कैसे उनके काम आते हैं.

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एंटरप्रेन्योर बनाने में कोनराड का हाथ

डॉ. चंडी ने कहा कि मैं मेडिकल बैकग्राउंड से आती हूं. मेरे पति (कोनराड संगमा) जब अमेरिका से यहां आए तो एक बिजनेस सेटअप किया. हालांकि अब वो एक फुल टाइम राजनेता हैं. ऐसे में मैंने परिवार की जिम्मेदारी संभाली. फिर एक समय आया जब वो संसद सदस्य बन गए, तब उन्होंने कहा कि अब कंपनी मुझे संभालनी होगी. मैंने कहा मुझे बिजनेस का कोई आइडिया नहीं. ऐसे में उन्होंने कहा कि बिजनेस ऐसी चीज है जब आप करना शुरू करते हैं तो सब सीख जाते हैं. उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और अब मैं इसकी आदि हो गई हूं.

‘औरत को तोड़ने के लिए होता है पति की पहचान का इस्तेमाल’

इसी सत्र में लेखिका और असम के बड़े राजनेता चंद्र मोहन पटवारी की पत्नी डॉ. रीता चौधरी भी शामिल हुईं. जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके अपने निजी करियर में कभी पति की पहचान आड़े आई या उन्हें ये सुनने को मिला कि उनकी सफलता उनके पति की वजह से है. इसके जवाब में रीता चौधरी ने कहा-अब ये दौर जा चुका है. लोगों ने मेरी पहचान के साथ उनका नाम अब जोड़ना छोड़ दिया है. लेकिन हां, एक मंत्री की पत्नी के तौर पर मैंने इसके कई विपरीत प्रभाव झेले हैं. लोग जब भी मुझे कमजोर करना चाहते थे या मुझे नीचे लाना चाहते थे, तब मेरे पति की पहचान का इस्तेमाल करते थे. पर अब मैंने इसे इग्नोर करना सीख लिया है.

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वहीं इस सत्र में असमी अदाकारा एमी बरुआ ने अपने राजनेता पति पीयूष हजारिका के साथ अपने रिश्ते को एक दोस्त की तरह बताया. उन्होंने कहा कि हम दोनों एक दूसरे के साथ खड़े रहते हैं, लेकिन कभी एक-दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं करते. वहीं उड़िया फिल्मों की अदाकारा और फिल्म स्टार प्रसन्नजीत चटर्जी की पत्नी अर्पिता चटर्जी ने भी अपने पति की सफलता में अपना हाथ होने से इंकार किया. उन्होंने कहा-मैं उनसे जब मिली तब वो एक सफल इंसान थे. हालांकि मैं उनसे तब जुड़ी जब उन्हें अपनी लाइफ में स्टेबिलिटी चाहिए थी.

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