दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जनता ने पूर्ण बहुमत दिया. मगर उन लोगों का क्या जो मोदी लहर से उत्साहित होकर बीजेपी में शामिल हुए थे. मुश्किल से बीजेपी का टिकट पाया, लेकिन हार गए.
कांग्रेस छोड़ कर आईं कृष्णा तीरथ को भी जीत नहीं मिली. यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्री रही तीरथ को टिकट दिया जाना बीजेपी नेताओं को हैरान कर रहा था. तीरथ को आते ही पटेल नगर सीट से उम्मीदवार बना दिया गया. तीरथ भी बड़ी उम्मीद के साथ भाजपा में आईं थी. मगर उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि बीजेपी को इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ेगा और वे खुद भी हार जाएंगी.
बीजेपी ने एमएस धीर को जंगपुरा से टिकट दिया, लेकिन वह जीत नहीं पाए.
बीजेपी ने आप के पूर्व एमएलए बिनोद कुमार बिन्नी को भी टिकट दिया था. आम आदमी पार्टी की सरकार में मंत्री न बनाए जाने से नाराज रहे बिन्नी पटपड़गंज से आप नेता मनीष सिसौदिया के मुकाबले चुनाव लड़े. बीजेपी में आने के बाद बिन्नी ने केजरीवाल और उनकी टीम पर कई आरोप लगाए थे. मोदी और बीजेपी की तारीफ में कसीदे पढ़ें थे. मगर ऐसी करारी हार की उम्मीद शायद ही बिन्नी ने की हो.
बीजेपी ने कांग्रेस से आए ब्रह्म सिंह विधूड़ी को टिकट दिया, लेकिन वह भी नहीं जीत पाए.
बीजेपी ने शकील अंजुम देहलवी को मटिया महल से टिकट दिया, लेकिन वह जीत नहीं पाए.