बंगाल में चुनावों की घोषणा के साथ ही सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं. चुनावों की डेट का एलान होते है ममता बनर्जी ने पहला हमला कर दिया है. क्या मतदान को 8 चरणों में बांटने के पीछे कोई सियासी एजेंडा है या फिर बंगाल का हाईप्रोफाइल लड़ाई को देखते हुए किया गया है. चुनाव की तारीखों के एलान के साथ 2021 की सबसे बड़ी सियासी लड़ाई के लिए बीजेपी और टीएमसी ने कमर कस ली है. ये लड़ाई सिर्फ एक चुनाव की नहीं है, बंगाल की ये सियासी लड़ाई नरेंद्र मोदी और शाह के प्रतिष्ठा की लड़ाई है. बंगाल की ये लड़ाई ममता बनर्जी के सियासी अस्तित्व की लड़ाई है. ये लड़ाई सिद्धांतों और पार्टी के विचारों की लड़ाई है. सीधे मुकाबले में चुनाव से पहले अपने-अपने दावे हैं. शाह अपनी भविष्यवाणी के पीछे अतीत के आकड़ों गिना रहे हैं तो सीधी टक्कर में ममता अपनी जीत के लिए पूरी तरह से आश्वस्त हैं. क्या है हकीकत, देखें खास कार्यक्रम, नवज्योत रंधावा के साथ.