पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई, जिसमें धर्म पूछकर लोगों की जान ली गई. इसे हैवानियत करार देते हुए हमलावरों को पाकिस्तान से आया बताया गया और आईएसआई की भूमिका का उल्लेख किया गया. हमले वाली जगह पर सुरक्षा की कमी, सीआरपीएफ की कथित गैरमौजूदगी और क्विक रिएक्शन टीम के देर से पहुंचने पर सवाल उठाए गए.