पहलगाम हमले की देश और दुनिया में कड़ी निंदा हो रही है. इसे इंसानियत और इस्लाम दोनों के विरुद्ध बताया गया है. कहा गया, 'इस्लाम किसी भी तरह से बेकसूर लोगों को मारने की हरगिज इजाजत नहीं देता है.' इस हमले को इस्लाम की शिक्षाओं पर भी हमला करार दिया गया और पीड़ितों व उनके परिवारों के प्रति गहरी हमदर्दी व्यक्त की गई.