आज की बहस में नैतिकता और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा हुई. एक वक्ता ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने कभी कल्पना नहीं की थी कि नेता जेल से सरकार चलाएंगे. उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री और एल के आडवाणी जैसे नेताओं का उदाहरण दिया जिन्होंने आरोप लगने पर इस्तीफा दे दिया था.