कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के आंकड़ों के अनुसार, इस दिवाली त्योहारी सीजन में भारतीय उपभोक्ताओं ने रिकॉर्ड 5.4 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी की है, जो एक नया कीर्तिमान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 'जो लोग भारत को अभी भी एक कर्ज वाली अर्थव्यवस्था मानते हैं, वे गलतफहमी में जी रहे हैं.' यह आंकड़ा इतना विशाल है कि यह न केवल पाकिस्तान के वार्षिक बजट (लगभग 5.3 लाख करोड़ रुपये) से अधिक है, बल्कि दुनिया के 86 देशों की कुल जीडीपी से भी ज्यादा है.