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स्वास्थ्य का बजट बिगाड़ती महंगी दवाएं, जन औषधि केंद्र बने संजीवनी

स्वास्थ्य का बजट बिगाड़ती महंगी दवाएं, जन औषधि केंद्र बने संजीवनी

आजकल निरोगी रहना आसान नहीं है क्योंकि स्वास्थ्य सेवाएं महंगी हो गई हैं. जीवन रक्षक दवाएं खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है. सरकार ने इस समस्या के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र उपलब्ध कराए हैं. इन केंद्रों पर जेनरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं से 50 से 80 फीसदी तक कम कीमत पर मिलती हैं. जेनरिक दवाएं संजीवनी का काम कर रही हैं.

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