बहस बाजीगर में देश के मौजूदा माहौल और संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाने के अधिकार को लेकर तीखी बहस हुई. एक पक्ष ने कहा कि विपक्ष को नकारात्मकता और संवैधानिक पदों के खिलाफ बोलने के बजाय अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और एकजुट होकर लड़ना चाहिए.