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पहलगाम हमले की सबसे बड़ी वजह क्या? देखें- कश्मीर, आतंकवाद और मोदी सरकार पर क्या सोचती है जनता

पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) सर्वे में पाया गया कि 75 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ उरी और पुलवामा हमले के बाद की कार्रवाई से भी ज्यादा सख्त एक्शन ले. साथ ही 68 प्रतिशत लोगों का मानना है कि केंद्र की मोदी सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने में सफल रही है.

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Pahalgam terror attack.
Pahalgam terror attack.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश भर में उबाल है. इसी बीच पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (PSE) सर्वे में आजतक ने पाया गया कि 75 प्रतिशत लोग चाहते हैं, सरकार पाकिस्तान के खिलाफ उरी और पुलवामा हमले के बाद की कार्रवाई से भी ज्यादा बड़ी कार्रवाई करे. साथ ही 68 प्रतिशत लोगों का मानना है कि केंद्र की मोदी सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने में सफल रही है. 

पहलगाम हमले के बाद सी-वोटर ने 24-25 अप्रैल के बीच देश के मिजाज जानने के लिए एक सर्वे किया, जिसमें लोगों से कई सवाल पूछे. इस सर्वे में सी-वोटर ने 1,270 लोगों से फोन पर बात की. 

PSE सर्वे में लोगों से पहला सवाल पूछा गया कि मोदी सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने में कितनी सफल रही है?

इस सवाल का जवाब देते हुए 41 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सरकार आतंकवाद पर 'काफी हद तक' रोक लगाने में सफल रही है. जबकि 27 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सरकार कुछ हद तक आतंकवाद पर रोक लगाने में सफल रही है. वहीं, 28 प्रतिशत का मानना है कि सरकार असफल रही है.

सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि आतंकियों ने सैलानियों को क्यों निशाना बनाया?

इस सवाल के जावाब में 30 प्रतिशत का मानना है कि अर्थव्यवस्था-पर्यटन को नुकसान पहुंचाने के लिए आतंकियों ने सैलानियों के निशाना बनाया. 35 प्रतिशत लोगों का मानना है कि आतंकी मोदी सरकार की कोशिशों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे. जबकि 13 प्रतिशत लोग मानते हैं कि सेना-पुलिस पर हमले से बेहतर रणनीति.

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सर्वे में तीसरा सवाल पूछा गया कि पहलगाम हमले की सबसे बड़ी वजह क्या है?

इसके जवाब में 31 प्रतिशत लोग मानते हैं कि ये हमला कश्मीर को भारत से अलग करने का प्रयास है तो 18 प्रतिशत लोग इस हमले को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का विरोध में देख रहे हैं. जबकि 17 प्रतिशत का कहना है कि पाक ने इस हमले से घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाया है. साथ ही 7 प्रतिशत लोग मानते हैं कि ये हमला पीओके वापस लेने की प्रतिक्रिया है. 10 प्रतिशत लोगों ने इस वक्फ कानून के विरोध में प्रतिक्रिया बताया.

मोदी सरकार को बदला लेना चाहिए?

इस सवाल के जवाब में 75 फीसदी लोगों ने कहा कि सरकार को उरी या पुलवामा हमले के बाद की कार्रवाई से बड़ी कार्रवाई पाकिस्तान के खिलाफ करनी चाहिए. तो 11 प्रतिशत ने इस मसले को कूटनीतिक रास्ते से सुलझाने की बात कही है, जबकि 7 प्रतिशत लोग उरी या पुलवामा जैसा बदला चाहते हैं.

हमले का कश्मीर में पर्यटन पर कितना असर पड़ेगा?

आर्टिकल 370 हटने से कश्मीर में शांति के दावे में कितना दम मिला है?

पहलगाम हमला कश्मीर को भारत से अलग करने की साजिश है?

घाटी में नई सरकार बनने के बाद सुरक्षा में सुधार हुआ?

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आपको बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए हमला किया था. आतंकियों ने घाटी में मौजूद पर्यटकों को उनका धर्म पूछ कर गोली मार दी. इस हमले में 26 सैलानियों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए.

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