प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार यानी आज ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हो रहे उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UP International Trade Show – UPITS 2025) का उद्घाटन किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में इंटरनेशनल ट्रेड शो को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में हो रही उथल-पुथल और अनिश्चितता के बावजूद भारत की विकास दर आकर्षक है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने ऐसे ओपन प्लेटफॉर्म बनाए हैं, जो सबको साथ लेकर चलते हैं. उन्होंने
पीएम मोदी ने कहा कि विकास के लिए आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी है. उन्होंने बताया कि सरकार मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दे रही है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज देश का नागरिक स्वदेशी से जुड़ रहा है.
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए हमें एक इकोसिस्टम बनाना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि छोटे व्यापारियों को मुख्यधारा में शामिल किया गया है.
'देश और दुनिया के सामने बहुत बड़ा मंच...'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों के लागू होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार उत्तर प्रदेश आए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं. गरीबों, किसानों, महिलाओं, युवाओं, मध्यम वर्ग, व्यापारियों, लघु एवं मध्यम उद्यमों, सभी समुदायों और जातियों को दिवाली का यह तोहफ़ा मिला है. पिछले चार दिनों में, हम बाज़ारों में एक नई तरह की रौनक देख पा रहे हैं. उपभोक्ता बाज़ारों की ओर दौड़ पड़े हैं. यह हमारे ओडीओपी क्षेत्र के उद्योगपतियों के लिए एक नई संजीवनी साबित हुआ है.
सीएम योगी ने आगे कहा, "यह उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का तीसरा संस्करण है. इस आयोजन में 80 देशों के 550 से ज़्यादा खरीदार भाग ले रहे हैं. उत्तर प्रदेश के सभी 75 ज़िलों के 2250 से ज़्यादा प्रदर्शक भागीदार के रूप में भाग ले रहे हैं. यह देश और दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश को प्रदर्शित करने के लिए हमें मिला एक बहुत बड़ा मंच है."
'29 सितंबर तक चलेगा ट्रेड शो...'
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन 25 से 29 सितंबर तक चलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार संबंधी सफलताएं ग्लोबल लेवल पर प्रदर्शित की जाएंगी. इस तीसरे संस्करण में 2,500 से ज्यादा प्रदर्शकों के शामिल होने का अनुमान है. साथ ही, 500 विदेशी खरीदार और लगभग पांच लाख आगंतुक यहां पहुंच सकते हैं.
साल 2023 में आयोजित पहले संस्करण का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया था, जबकि दूसरा संस्करण तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने खोला था. इन दोनों आयोजनों में क्रमशः 1,914 और 2,122 प्रदर्शक मौजूद रहे थे और 2,200 करोड़ रुपये से अधिक के निर्यात ऑर्डर हासिल किए गए थे.
मुख्य आकर्षण बनेगा ODOP पवेलियन
मेले का सबसे बड़ा केंद्र ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पवेलियन’ होगा. यहां 343 स्टॉल स्थापित किए जाएंगे, जिनमें भदोही की कालीन कला, फिरोज़ाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद की पीतल कारीगरी और सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी जैसे प्रोडक्ट देखने को मिलेंगे. यह मंच स्थानीय शिल्पकारों के लिए अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने का अवसर देगा.
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रूस रहेगा साझेदार देश
इस बार रूस को पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल किया गया है. 26 सितंबर को रूस-भारत बिज़नेस डायलॉग का आयोजन होगा, जहां दोनों देशों के नीति-निर्माता, उद्योग जगत से जुड़े लोग, वित्तीय संस्थान और शैक्षणिक जगत के प्रतिनिधि नई संभावनाओं पर चर्चा करेंगे.
AI मॉडल का लाइव प्रदर्शन
आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग अपने 200 वर्गमीटर के पवेलियन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल का लाइव डेमो दिखाएगा. इस पवेलियन में अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं, स्मार्ट डिस्प्ले और एक स्टार्टअप ज़ोन भी मौजूद रहेगा.
‘स्वाद उत्तर प्रदेश’ थीम के स्टॉल
खानपान के प्रेमियों के लिए ‘स्वाद उत्तर प्रदेश’ थीम के तहत 25 स्टॉल लगाए जाएंगे. यहां मुरादाबादी दाल, बनारसी पान और लस्सी, पंछी पेठा, जैन शिकंजी, मथुरा पेड़ा और खुर्जा की खुरचन जैसे व्यंजन आगंतुकों को परोसे जाएंगे.
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शिक्षा और उद्योग में साझेदारी
27 सितंबर को राज्य सरकार 27 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेगी. इस पहल से अंतिम वर्ष के छात्र और पूर्व छात्र परियोजनाओं में भाग ले पाएंगे. उद्योग जगत और बैंकिंग संस्थान उन्हें वित्तीय व रणनीतिक सहयोग भी प्रदान करेंगे. आयोजन के दौरान विभिन्न ज्ञान-विमर्श सत्र होंगे, जिनमें स्टार्टअप्स, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स निर्यात और कौशल विकास जैसे विषयों पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे.
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भोजपुरी, अवधी, बुंदेली और थारू लोक परंपराएं शामिल होंगी. इसके साथ ही सूफी संगीत, कथक नृत्य और हल्के संगीत की भी प्रस्तुति दी जाएगी. मंच पर कलाकार दिनेश लाल ‘निरहुआ’, पद्मश्री मालिनी अवस्थी और गायिका प्रतिभा सिंह बघेल जैसी हस्तियां अपनी कला से माहौल को जीवंत बनाएंगी.
योगी सरकार ने इस आयोजन को उत्तर प्रदेश को 'निवेश, नवाचार और संस्कृति का वैश्विक केंद्र' बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल बताया है.