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कमर्शियल फ्लाइट से बेंगलुरु पहुंचे थावर चंद्र गहलोत, कल लेंगे कर्नाटक के राज्यपाल पद की शपथ

थावरचंद्र गहलोत 11 जुलाई को सुबह 10.30 बजे राजभवन के ग्लास हाउस में राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे. गहलोत को कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.

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Tawar chand ghelot
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • राजभवन के ग्लास हाउस में राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे गहलोत
  • गहलोत मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थे

थावरचंद्र गहलोत 11 जुलाई को कर्नाटक के 19वें राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे. इससे पहले शनिवार को वे बेंगलुरु पहुंचे. खास बात ये रही कि गहलोत सादगी के साथ रेगुलर कमर्शियल फ्लाइट से बेंगलुरु पहुंचे. यहां राज्य के मंत्रियों, मुख्य सचिव, डीजीपी और एडीजीपी इंटेलिजेंस ने उनका स्वागत किया.

कर्नाटक सरकार के मुताबिक, थावरचंद्र गहलोत 11 जुलाई को सुबह 10.30 बजे राजभवन के ग्लास हाउस में राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे. गहलोत को कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. 

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थे थावर चंद्र गहलोत

73 साल के गहलोत मोदी सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री और राज्यसभा के नेता थे. उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया. थावर चंद्र गहलोत वजुभाई वाला की जगह लेंगे, वे 2014 से कर्नाटक के राज्यपाल थे. 6 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया. 

उज्जैन में हुआ जन्म

गहलोत दलित नेता हैं. उनका जन्म 1948 में उज्जैन के रुपेटा में हुआ. उन्होंने उज्जैन से ही स्नातक किया. इसके बाद वे 1962 में जनसंघ से राजनीति में आए. वे भाजपा की संसदीय बोर्ड और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी में भी शामिल रह चुके हैं. कर्नाटक से थावर चंद्र गहलोत का पुराना रिश्ता है. वे पार्टी के महासचिव रहते हुए 2006 से 2014 तक राज्य के प्रभारी रह चुके हैं. गहलोत 1996 से 2009 तक चार बार शाजापुर से सांसद रहे हैं. 2009 में वे चुनाव हार गए थे. 2012 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया. 

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