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Amazon-Future को सुप्रीम कोर्ट की नसीहत! कहा- कंपनियां आपसी विवाद को विलास का जरिया न बनाएं

चीफ जस्टिस ने दोनों पक्षकारों से कहा कि आप लोगों ने इस मुकदमे को खेल समझ रखा है, जिसमें दोनों ओर से एक के बाद एक हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

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(फाइल फोटो)
(फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई अमेजन vs फ्यूचर विवाद मामले में सुनवाई
  • SC ने दोनों पक्षों को दी नसीहत

Amazon-Future के बीच एक और कानूनी विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षकारों को सुनकर उसे निर्णय के लिए सुरक्षित रख लिया है. अमेज़न के वकील नकुल दीवान ने अदालत से कहा कि अपनी दलीलों के अलावा वो अदालत को कुछ लिखित तथ्य भी देना चाहते हैं. इस पर चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने कहा कि हमने सब सुन तो लिया. आप सब कुछ तो बता चुके. अब हमने निर्णय सुरक्षित भी कर लिया है. अब आप इसे और पेचीदा मत बनाइए. 

अमेज़न के वकील से चीफ जस्टिस ने आगे कहा कि आपको लिखित दलील पेश करने की इजाजत देने का सीधा अर्थ है कि सामने वाला पक्ष भी करेगा.

क्या आप चाहते हैं कि अदालत इस बाबत नोटिस जारी करे?
इस पर फ्यूचर ग्रुप के वकील केवी विश्वनाथन ने कहा कि दूसरा पक्ष मामले को लटकाए रखने के लिए ही ये हथकंडे अपना रहा है, क्योंकि पिछली बार हुई सुनवाई में उन्होंने लिखित दलील के लिए कुछ भी नहीं कहा था. इस पर नकुल दीवान बोले कि हम सिर्फ अपनी दलीलों के आधार का सार संक्षेप आपको देना चाहते हैं.

मुकदमे को खेल समझ रखा है

इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि अगर अब भी आपको लग रहा हो कि हम इतने कुशाग्र बुद्धि नहीं हैं जो आपकी दलीलें नहीं समझ पाएं, तो आप लिखित में भी दे दें. लेकिन ये याद रखें कि दूसरी पार्टी ने भी ऐसा ही किया तो हम इस पूरे मामले को फिर से सुनेंगे. चीफ जस्टिस ने दोनों पक्षकारों से कहा कि आप लोगों ने इस मुकदमे को खेल समझ रखा है, जिसमें दोनों ओर से एक के बाद एक हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

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