वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि वह इंडिया ब्लॉक के भविष्य की भविष्यवाणी नहीं कर सकते. पी. चिदंबरम ने कहा कि वह राष्ट्रीय गठबंधन की वार्ता समिति का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की वापसी और भाजपा के सत्ता में आने से राज्य-विशिष्ट क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व का संकट पैदा हो जाएगा. पी. चिदंबरम ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर आगामी चुनावों में एक मुद्दा हो सकता है. लेकिन 'यह निर्णायक होगा या नहीं, यह तो समय ही बताएगा.'
चिदंबरम ने कहा कि मैं इंडिया ब्लॉक के भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि मैं राष्ट्रीय गठबंधन की वार्ता समिति का हिस्सा नहीं हूं और भारत ब्लॉक की बैठकों का भी हिस्सा नहीं हूं. मेरी जानकारी केवल सेकेंडहैंड या थर्डहैंड है. लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि बाकी सभी पार्टियां समझें कि मोदी और भाजपा की सत्ता में वापसी से राज्य-विशिष्ट क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व का संकट पैदा हो जाएगा. कांग्रेसी नेता अपनी नई किताब 'द वाटरशेड ईयर-व्हिच वे विल इंडिया गो?' पर चर्चा के लिए कोलकाता आए थे.
मोदी सरकार की सराहना की थी
हाल ही में पी चिदंबरम ने मोदी सरकार की सराहना की थी. उन्होंने माना कि इस सरकार में अगर कुछ लागू करना होता है तो उसे अच्छी तरह से लागू किया जाता है. कांग्रेस सांसद ने कहा था, 'इस सरकार का कार्यान्वयन अच्छा है. मैं इसे स्वीकार करता हूं. मैं इससे नाखुश क्यों होऊं?' वह एक लिट्रेचर कार्यक्रम के लिए कोलकाता में थे जहां उन्होंने यह बातें कही.
चिदंबरम ने कई मुद्दों पर अपना विरोध भी जताया. 5 ट्रिलियम की अर्थव्यवस्था की कवायद पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन लोगों ने (मोदी सरकार) ने इसके लिए 2023-24 तक की मोहलत मांगी थी लेकिन अब वे कह रहे हैं कि इसमें दो साल लगेंगे. अब कोई तारीख भी नहीं बता रहा है. वे गोल मोस्ट को घुमा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था होगी तो इससे हमें भी खुशी मिलेगी.