नूंह-मेवात हिंसा के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा,'हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे, लेकिन जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया. इसके विपरीत राजस्थान पुलिस पर FIR तक दर्ज कर ली गई. फरार आरोपियों को तलाशने में भी हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही. खट्टर हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम रहे हैं और अब सिर्फ लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं जो उचित नहीं है.'
दरअसल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक दिन पहले (2 अगस्त) ही कहा था कि राजस्थान पुलिस चाहे तो बजरंग दल के कार्यकर्ता मोनू मानेसर के खिलाफ दो मुस्लिम युवकों की हत्या के मामले में एक्शन ले सकती है. खट्टर ने याद दिलाया कि गोरक्षक मानेसर के खिलाफ आखिरी मामला राजस्थान पुलिस ने दर्ज किया था.
मोनू मानेसर का कोई इनपुट नहीं
चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नूंह और गुड़गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर सवाल उठाते हुए सीएम ने कहा था कि राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर की तलाश कर रही थी. वह अभी कहां है, इसका हमें कोई इनपुट नहीं है. राजस्थान पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है.
ओवैसी ने गहलोत पर साधा निशाना
वहीं, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,'गहलोत साहब, हरियाणा की भाजपा सरकार से हम वैसे भी कोई उम्मीद नहीं रखते, लेकिन नासिर-जुनैद की हत्या से लेकर आपके प्रशासन ने सुस्ती और लाचारी दिखाई है. चाहे वो उनके परिवारों को मुआवजा देने की बात हो या उनके कातिलों को पकड़ने की. जुनैद-नासिर का कत्ल फरवरी में हुआ था. अगर खट्टर सरकार आपका सहयोग नहीं कर रही थी, तो तब से लेकर अब तक आपकी सरकार ने क्या कदम उठाए? आपकी सरकार आर्टिकल-131 के तहत हरियाणा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गई?'