प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गुरुवार को लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराया. इस दौरान देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आने वाले समय में बड़े सुधारवादी कदमों की बात कही.
उन्होंने कहा कि हमें जिम्मेदारी दी गई और हमने बड़े सुधार किए हैं. गरीब, मिडिल क्लास, हमारे वंचित लोगों, बड़ी शहरी आबादी, हमारे नौजवानों के सपने हो, संकल्प हो, आकांक्षाए हो, उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए हमने सुधार किए हैं. मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि रिफॉर्म के प्रति हमारी जो प्रतिबद्धता है, वो पिंक पेपर के एडिटोरियल के लिए सीमित नहीं है. हमारे लिए रिफॉर्म्स की प्रतिबद्धता चार दिन वाह-वाही के लिए नहीं है, वो मजबूरी में नहीं है बल्कि देश को मजबूती देने के लिए है. इसलिए मैं आज कह सकता हूं कि रिफॉर्म का हमारा मार्क एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट बना हुआ है. ये रिफॉर्म और ग्रोथ डिबेट क्लब, इंटलैक्चुअल के विए चर्चा का विषय नहीं बने, राजनीतिक मजबूरी के लिए बल्कि इसके पीछे हमारा संकल्प नेशन फर्स्ट है.
पीएम मोदी ने जमीनी स्तर से शीर्ष तक बड़े सुधारों की बात करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य एक साल में 20 से 25 लाख रिफॉर्म्स करने का है. कोरोना के दौरान इकोनॉमिक इनिशिएटिव और हर घर तिरंगा ने हमें विश्वास दिलाया है कि हम तेज गति से सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. आपने लगातार तीसरी बार हमें चुना है, ऐसे में मेरे लिए मैसेज स्पष्ट है कि हम 2047 विकसित भारत के उद्देश्य के साथ हमारे देशवासियों की सेवा करना है.
पीएम मोदी ने कहा कि जब राजनीतिक नेतृत्व में संकल्प हो, आत्मविश्वास हो और सरकारी मशीनरी उसे पूरा करने के लिए जुट जाती है. विश्व में सबसे तेज गति से करोड़ों लोगों के कोविड वैक्सीनेशन का काम हमारे देश में हुआ. देश में स्टेटस-को का माहौल बन गया था. जो है उसी में गुजारा कर लो, हमें इस मानसिकता को तोड़ना था. हमने वो किया. देश का आम नागरिक बदलाव चाहता था, उसकी ललक थी. उसके सपनों को किसी ने तरजीह नहीं दी और वो रिफॉर्म का इंतजार करता रहा. हमने बड़े रिफॉर्म जमीन पर उतारे. हमारे रिफॉर्म राजनीतिक मजबूरी नहीं हैं. हम नेशन फर्स्ट के संकल्प से प्रेरित हैं. उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में जो रिफॉर्म हुआ. आप सोचिए बैंकिंग सेक्टर का पहले क्या हाल था, ना विकास होता था, ना विस्तार होता था, ना विश्वास बढ़ता था. हमने बैंकिंग सेक्टर में अनेक रिफॉर्म किए. आज विश्व के सबसे मजबूत बैंकों में हमारे बैंकों ने अपना स्थान बनाया. जब बैंकिंग मजबूत होती है तो अर्थव्यवस्था की ताकत भी बढ़ती है. स्वयंसहायता समूहों को भी 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये देने का निर्णय लिया गया है. यह भारत का स्वर्णिम कालखंड है. यह मौका जाने नहीं देना है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्पेस सेक्टर एक महत्वपूर्ण पहलू है. हमने इस सेक्टर में कई सुधार किए हैं. आज, इस सेक्टर में कई स्टार्टअप शुरू हुए हैं. देश को सशक्त बनाने में स्पेस सेक्टर की अहम भूमिका है. हम लंबी अवधि की योजनाओं के साथ इस सेक्टर पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.