Parliament Monsoon Session संसद के मॉनसून सत्र का समापन हो गया है. मॉनसून सत्र के अंतिम दिन भी लोकसभा नहीं चल सकी. वहीं, विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा से ऑनलाइन गेमिंग बिल बिना चर्चा के पारित हो गया. यह बिल पारित होने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा उपसभापति हरिवंश ने कर दी है.
राज्यसभा की कार्यवाही भी अनिश्चतकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. उपसभापति हरिवंश ने मॉनसून सत्र के दौरान सदन में हुए कामकाज का लेखा-जोखा रखा और इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
उपसभापति हरिवंश ने कहा कि लगातार गतिरोध के कारण सदन की कार्यवाही में व्यवधान आया. 41 घंटे औरप 15 मिनट सदन चला. 14 बिल पास या रिटर्न किए गए. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई, जिसमें 64 सदस्यों ने सहभागिता की. वाणिज्य मंत्री ने सुओ मोटो स्टेटमेंट दिया. तमिलनाडु के छह सदस्यों को कार्यकाल पूरा होने पर विदाई दी गई. उन्होंने आने वाले त्योहारों के लिए सदस्यों को शुभकामनाएं भी दीं.
ऑनलाइन गेम्स रेगुलेशन बिल जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा से पारित हो गया है. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को जोरदार हंगामे के बीच यह बिल राज्यसभा में पेश किया. पीठासीन उपसभापति हरिवंश ने इस बिल पर चर्चा की शुरुआत भी कराई, लेकिन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने हंगामे के शोर का हवाला देकर कहा कि इसमें कैसे बोलेंगे. बिल को पारित करने के लिए लिया जाए. उपसभापति ने इसके बाद बिना चर्चा के ही पारित करने के लिए लिया और ध्वनिमत से इसे पारित कर दिया गया. इसके बाद कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई है.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि खड़गे जी विषय पर नहीं बोलते हैं और चेयर पर इल्जाम लगाते हैं. आप विषय पर बोलिए, नहीं तो कैसे सदन चलेगा. आप लोगों ने पूरे सत्र में चेयर के साथ सहयोग नहीं किया और अंत में चेयर पर आरोप लगा रहे हैं. इसका मैं खंडन करता हूं. विपक्ष की नारेबाजी के बीच उपसभापति हरिवंश ने चर्चा शुरू कराते हुए माया नरोलिया का नाम लिया. माया नरोलिया ने बोलना शुरू किया ही था, कि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वे (विपक्ष) चर्चा में शामिल नहीं हो रहे. इस शोरगुल में हमलोग बोल नहीं सकते. इसलिए निवेदन करूंगा कि इसे पारित करने के लिए लिया जाए. इसके बाद उपसभापति हरिवंश ने इस बिल को पारित करने के लिए ले लिया.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब सब लोग अंदर थे, तब आपने बिल पास किया. अब हमको सीखा रहे हैं. आप सबको सुनिए. आप हमारे पॉइंट को नकार दीजिए, लेकिन क्या बोलना है, ये भी आप बताएंगे. इस हाउस में क्या चल रहा है, ये भी सुनना चाहिए. खड़गे ने वोट चोरी की बात कही.
राज्यसभा में ऑनलाइन गेमिंग बिल पेश हो गया है. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हंगामे के बीच यह बिल पेश किया और कहा कि मोदी सरकार को रेवेन्यू नहीं, मध्यम वर्ग की चिंता है. इसीलिए हम यह बिल लेकर आए हैं. विपक्ष भी अगर इस चर्चा में शामिल होता, तो हमें लगता कि उन्हें भी मध्यम वर्ग की चिंता है. विपक्ष को मध्यम वर्ग की कोई चिंता नहीं है.
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान संशोधन विधेयकों पर संसद की संयुक्त संसदीय समिति में सदन के 10 सदस्यों को मनोनीत करने का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया. इस प्रस्ताव को राज्यसभा ने मंजूरी दे दी है.
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री की टी-मीटिंग में विपक्ष का कोई नेता नहीं पहुंचा. विपक्ष ने पीएम की टी मीटिंग का बहिष्कार कर दिया है.
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. मॉनसून सत्र के अंतिम दिन भी गतिरोध जारी रहा और वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही नहीं चल सकी. स्पीकर ओम बिरला ने पहले सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक, और फिर अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
लोकसभा में मॉनसून सत्र के अंतिम दिन कार्यवाही में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में पहुंचे. बीजेपी और एनडीए के सांसदों ने करतल ध्वनि के साथ पीएम मोदी का सदन में स्वागत किया. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन में इस सत्र के दौरान हुए कामकाज का लेखा-जोखा रखा.
स्पीकर ओम बिरला ने इस सत्र में हुए कामकाज का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि कुल 14 सरकारी विधेयक पेश किए गए, जिनमें से 12 पारित किए गए. 28 और 29 जुलाई को विशेष चर्चा हुई, जिसका समापन प्रधानमंत्री के जवाब के साथ हुआ. 18 अगस्त 2025 को अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों पर विशेष चर्चा प्रारंभ की गई. 419 प्रश्न शामिल किए गए थे, केवल 55 प्रश्न ही मौखिक उत्तर दिए जा सके. सबने प्रारंभ में तय किया था कि 120 घंटे चर्चा करेंगे. बीएसी में भी सहमति बनी. लेकिन लगातार गतिरोध और नियोजित व्यवधान के कारण केवल 37 घंटे ही चर्चा कर पाए. हम सब जनप्रतिनिधि के रूप में हमारे आचरण और कार्यप्रणाली को पूरा देश देखता है. जनता बहुत उम्मीदों के साथ हमें यहां चुनकर भेजती है, ताकि हम व्यापक और मर्यादित चर्चा कर सकें,. कुछ दिनों से देख रहा हूं मर्यादा के अनुरूप चर्चा नहीं हो रही. जिस तरीके से सदन के अंदर, परिसर में जिस तरीके की नारेबाजी हो रही है, जिस तरीके से तख्तियां लेकर आ रहे हैं, नियोजित गतिरोध किया जा रहा है, यह हमारी संसद की परंपरा नहीं रही है. इस सत्र में जिस भाषा का आचरण किया गया, जिस तरीके की नारेबाजी की गई, ये मर्यादा के अनुरूप नहीं है. हमारी कोशिश होनी चाहिए कि गरिमापूर्ण चर्चा हो. नियोजित गतिरोध, नारेबाजी करना, आपसे आग्रह करना चाहता हूं कि इससे बचने का प्रयास करना चाहिए. संसद के अंदर और परिसर में भी हमारी भाषा मर्यादित होनी चाहिए. सहमति और असहमति लोकतंत्र की स्वाभाविक प्रक्रिया है. हर सदस्य को पर्याप्त समय, पर्याप्त अवसर दिया है. आपका जिस तरह का आचरण है, देश इसे देख रहा है. हमें प्रयास करना चाहिए कि अच्छी परिपाटी लागू करें. सभी राजनीतिक दलों को मंथन करना चाहिए.
लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है. आसन पर स्पीकर ओम बिरला आए हैं. स्पीकर ने कहा कि कुछ विषयों पर स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं. किसी भी नोटिस को मंजूरी नहीं दी है. उन्होंने लिस्टेड बिजनेस लेने शुरू किए, कि विपक्षी सदस्यों ने कहा अब तो चर्चा करा दीजिए सर. स्पीकर ने सीट पर बैठने की हिदायत देते हुए कहा कि कुछ तो अच्छी आदत बनाओ.
संसद के चालू मॉनसून सत्र के अंतिम दिन राज्यसभा की कार्यवाही भी नहीं चल सकी. कार्यवाही शुरू होते ही आसन से उपसभापति हरिवंश ने लिस्टेड बिजनेस लिए. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया. पीठासीन ने शून्यकाल चलने देने की अपील की और कहा कि इसके बाद एक बिल है, फिर प्राइवेट मेंबर बिल की कार्यवाही होगी. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. पीठासीन ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित करनी पड़ी. स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए कहा कि आज मॉनसून सत्र का अंतिम दिन है. आज तो प्रश्नकाल चलने दें. लेकिन इस अपील का विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ. इसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
संसद के चालू मॉनसून सत्र का आज अंतिम दिन है. मॉनसून सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही का दोनों सदनों में हंगामेदार आगाज हुआ है.