इंडिया टुडे–सी वोटर के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में INDIA ब्लॉक को लेकर भी लोगों की राय ली गई (Photo: PTI) भारत के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को समझने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप और C-Voter ने देशव्यापी मूड ऑफ द नेशन सर्वे (MOTN) कराया है. यह देश का सबसे भरोसेमंद और बड़ा ओपिनियन पोल है, जो जनता की नब्ज़ परखते हुए हर बार सटीक तस्वीर सामने लाता है. इस सर्वे में इसमें कुल 2 लाख 6 हजार 826 लोगों की राय ली गई. जिसमें अलग-अलग उम्र, आय वर्ग, शिक्षा स्तर, जाति और शहरी-ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों को शामिल किया गया.
देश के सभी राज्यों और लोकसभा क्षेत्रों में 1 जुलाई से 14 अगस्त 2025 के बीच हर आयु ,जाति, धर्म, लिंग वाले लोगों से ली गई राय का विश्लेषण भी इसमें शामिल किया गया. इस सर्वे के नतीजों में मोटे तौर पर 3% और बारीक स्तर पर 5% तक की त्रुटि (error) हो सकती है. इन आंकड़ों के जरिए यह समझने की कोशिश की गई है कि विभिन्न मुद्दों पर देश का क्या रुख है और जनता की राय क्या है.
अगर आज चुनाव हुए तो बीजेपी को सबसे अधिक सीटें मिलेंगी. इस सर्वे के मुताबिक, आज चुनाव होते हैं तो बीजेपी को 260 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस को 97 सीटें मिल सकती हैं. फरवरी 2025 में जब सर्वे किया गया था तो तब बीजेपी को 281 सीटें मिलती दिखी थी और कांग्रेस को 78 सीटें मिलने की संभावना थी.

अगर आज चुनाव हुए तो किसे कितनी सीटें मिलेंगी? इस सर्वे के मुताबिक अगर आज चुनाव होते हैं तो एनडीए को 324 सीटें मिलेंगी जबकि इंडिया ब्लॉक को 208 सीटें मिलने की संभावना है.

अगर आज चुनाव हुए तो किसको कितने वोट मिलेंगे? इस सर्वे में यह बात निकलकर आई कि एनडीए को 47 फीसदी वोट मिल सकते हैं जबकि इंडिया ब्लॉक को 41 फीसदी मिलेंगे.

सर्व में लोगों से पूछा गया कि INDIA गठबंधन के नेता के तौर पर सबसे बेहतर चेहरा किसका है? इसके जवाब में 28 फीसदी ने राहुल गांधी को तो 8 फीसदी ने ममता बनर्जी और 7 फीसदी ने अखिलेश यादव को बेहतर चेहरा माना.

इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या INDIA गठबंधन जारी रहना चाहिए? इस पर जहां फरवरी 2025 में जहां 65 फीसदी ने माना था कि जारी रहना चाहिए और 26 फीसदी ने माना था कि नहीं जारी रहना चाहिए. अब इस पर अगस्त 2025 में थोड़ी कमी आई है और 63% मानते हैं कि इंडिया ब्लॉक जारी रहना चाहिए जबकि 25 फीसदी इसके फेवर में नहीं हैं.

लोगों से पूछा गया कि गांधी परिवार से बाहर कांग्रेस नेतृत्व के लिए सबसे बेहतर नेता कौन है? इस पर 16 % ने सचिन पायलट को, 12 % ने मल्लिकार्जुन खड़गे को, 8 % ने शशि थरूर, 7 % ने पी चिदंबरम और 6% अशोक गहलोत को बेहतर नेता बताया.

लोगों से पूछा गया कि नेता विपक्ष के तौर पर राहुल गांधी के प्रदर्शन को वह किस तरह देखते हैं, इसके जवाब में 28 फीसदी लोगों ने कहा कि यह प्रदर्शन बहुत अच्छा है जबकि 22 प्रतिशत लोगों ने इसे अच्छा, 16 प्रतिशत ने औसत और 15 प्रतिशत ने खराब तथा 12 प्रतिशत ने बहुत खराब बताया.

सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि कि नरेंद्र मोदी के बाद बीजेपी में पीएम पद के लिए दावेदार कौन है? तो इसके जवाब में 28 फीसदी ने अमित शाह को और 26 % ने योगी आदित्यनाथ और 7 % ने नितिन गडकरी को पीएम पद का दावेदार बताया.

लोगों से पूछा गया कि अगले प्रधानमंत्री के तौर पर सबसे बेहतर चेहरा कौन है? इसके जवाब में 52 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी को सबसे बेहतर बताया जबकि 25

फीसदी ने राहुल गांधी को बताया
MOTN के सर्वे में लोगों से पूछा गया कि एनडीए सरकार की बड़ी उपलब्धियां क्या रहीं? तो उसके जवाब में लोगों 17 फीसदी लोगों ने राम मंदिर का निर्माण और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को सबसे बड़ी उपलब्धि बताया जबकि 12 फीसदी लोगों ने ऑपरेशन सिंदूर, 10 फीसदी ने बुनियादी ढांचे का विकास, 9 प्रतिशत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 का खात्मा, 7 फीसदी ने कल्याणकारी योजनाओं और 6 फीसदी ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार को बड़ी उपलब्धि बताया.

इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या वह सरकार के तौर पर एनडीए के प्रदर्शन को कैसे आंकते हैं? इस पर 52 फीसदी लोग संतुष्ट या बहुत संतुष्ट नजर आए जबकि 27 फीसदी असंतुष्ट या बहुत असंतुष्ट नजर आए.

इस सर्वे में लोगों से जब पूछा गया कि प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन कैसा देखते हैं? तो इसके जवाब में 34% लोगों ने इसे बहुत अच्छा बताया जबकि 24% लोगों ने अच्छा और 13 फीसदी लोगों ने इसे औसत माना. वहीं 13 प्रतिशत लोगों ने इसे खराब बताया जबकि 14 प्रतिशत लोगों ने पीएम मोदी के प्रदर्शन को प्रधानमंत्री के तौर बहुत खराब बताया.

लोगों से पूछा गया कि चीन से संबंधों को लेकर भारत की प्राथमिकता क्या होनी चाहिए? तो इसका जवाब में लोगों की राय
| सीमा सुरक्षा | व्यापार में सुधार | कूटनीतिक बातचीत | कह नहीं सकते |
| 56.5% | 22.3% | 16.9% | 4.3% |
चीन पाकिस्तान बांग्लादेश गठजोड़ पर आपकी राय क्या है? इस पर 8.6% लोगों ने कहा कि वह कुछ नहीं कह सकते हैं. वहीं अन्य की राय इस तरह की रही-
| बहुत चिंतित | थोड़ा चिंतित | ज्यादा चिंतित | बिल्कुल चिंतित नहीं |
| 47.8% | 23.7% | 7.9% | 12.1% |
लोगों से पूछा गया कि एनडीए सरकार की विदेश नीति से भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत हुई है? इसके जवाब में लोगों की राय-
| हां | नहीं | कुछ कह नहीं सकते | |
| 66.7% | 27.4% | 5.9% |
लोगों से पूछा गया कि हाल के वर्षों में दुनिया के अंदर भारत की साख सुधरी है? इसके जवाब में लोगों की राय-
| हां | यथास्थिति है | गिरावट हुई है | कुछ कह नहीं सकते हैं |
| 60% | 21.7% | 14.5% | 3.8% |

मूड ऑफ द नेशन में सबसे चौंकाने वाला जवाब भारत पाकिस्तान के बीच एशिया कप में होने वाले मैच और अन्य मैचों को लेकर पूछ गए सवाल का था. जब लोगों से पूछा गया कि क्या भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए? तो 68.6% ने कहा नहीं खेलना चाहिए जबकि 24.5% ने कहा कि हां खेलना चाहिए और वहीं 6.9% ने कहा कि इस बारे में वह कह नहीं सकते हैं.

जब लोगों से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए सीजफायर के बारे में पूछा गया तो 30.7% लोगों ने इसे पीएम मोदी का फैसला बताया जबकि 29.1% का मानना है कि यह ट्रंप का दबाव था जबकि 24.9% लोगों ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बुरी तरह पिट गया था जिसके बाद उसकी गुहार पर सीजफायर हुआ. वहीं 15.3% लोगों का जवाब कह नहीं सकते में रहा.

इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम हमले का कैसा जवाब था? इस पर 54.5% लोगों ने कहा कि मजबूत था जबकि 14.8% लोगों ने कहा कि यह पर्याप्त था जबकि 21.1% ने इसे कमजोर माना और 9.6% लोगों का जवाब था कि कह नहीं सकते है. जब लोगों से पूछा गया कि क्या सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर सच और पारदर्शी जानकारी दी? तो 54.2% का जवाब हां में था, वहीं 32.5% लोगों का जवाब नहीं में था और 13.3% लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते.
