
मणिपुर में ऑपरेशन जलराहत-2 के दूसरे दिन भी भारतीय सेना और असम राइफल्स ने इम्फाल ईस्ट और इम्फाल वेस्ट जिलों में बाढ़ रेस्क्यू अभियान जारी रखा. पूरी तरह से जलमग्न क्षेत्रों जैसे वांगखई, हेइंगांग, लामलोंग, खुराई, JNIMS और अहल्लूप से 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं.
सेना इंजीनियर्स की सहायता से कमांडरों द्वारा बीएयूटी (BAUTs) और इन्फ्लैटेबल बोट्स से लैस दस बाढ़ राहत कॉलम तैनात किए गए. इससे राहत कार्यों में तेजी आई और अधिक लोगों को बचाने में मदद मिली.

थौबाल जिले के लीलॉन्ग में अरपटी लामखाई के पास इरिल नदी की टूट चुकी बाउंड्री की इमरजेंसी में मरम्मत भी की गई, ताकि आगे बाढ़ को रोका जा सके.

JNIMS अस्पताल में फंसे मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नावों का इस्तेमाल किया गया. इस तरह अस्पताल की गतिविधियां भी बिना रुकावट के चलती रहीं. इनके अलावा राहत क्षेत्रों में विस्थापित परिवारों को लगभग 800 बोतलें पीने के पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी बांटी गई.

भारतीय सेना और असम राइफल्स नागरिक अधिकारियों के साथ तालमेल करके राहत बचाव कार्य कर रहे हैं ताकि प्रभावित समुदायों तक मदद पहुंच सके और सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके.